लक्ष्मीनाथ मन्दिर मूर्ति चोरी प्रकरण में कस्बे के व्यापारियों एवं सर्वसमाज तथा पुजारी परिवार के शिष्ट मण्डल ने जांच अधिकारी एवं छापर थाना प्रभारी विष्णुदत विश्नोई को ज्ञापन सौपकर मूर्ति चोरी का खुलासा करने की मांग की। ज्ञापन में लिखा है कि 18 दिसम्बर 14 की रात्री को अज्ञात चोरों द्वारा भगवान श्री लक्ष्मीनाथ जी अष्टधातू की मूर्ति एवं तीन अन्य मूर्तियों की चोरी हुई थी। चोरी की वारदात को चार माह के लगभग होने के बावजूद अभी तक मूर्ति चोरी का खुलासा नहीं हुआ है और ना ही मूर्तियों की बरामदगी हुई है। ज्ञापन में लिखा है कि आस्था के प्रतीक भगवान लक्ष्मीनाथ के भक्तगणों की भावनाओं को ठेस पंहूची है एवं बिना मूर्तियों के मन्दिर में पूजा अर्चना का भी कोई औचित्य नहीं रहा है।
ज्ञापन में अब तक की जांच की उपलब्धि और सुराग के बारे में जानकारी मांगने के साथ ही कब तक मूर्तियां बरामद हो पायेगी इस बारे में जानकारी चाही गई है। ज्ञापन में उल्लेख किया गया है कि मूर्ति चोरी के खुलासे में हो रही देरी के कारण जनमानस में अनेक प्रकार की भ्रान्तियां हो रही है, जो कभी भी जनआन्दोलन का रूप ले सकती है। ज्ञापन में जनमानस की भावनाओं की कद्र करते हुए मूर्ति चोरी का शीघ्र खुलासा करने की मांग की गई है।
ज्ञापन सौंपने गये प्रतिनिधि मण्डल में मनोज न्यामावाला, सत्यनारायण चाण्डक, हरिप्रसाद तोदी, अनिल तोदी, गौरव मोर, विरेन्द्र शर्मा, मुरारीलाल सराफ, सन्तोष कुमार बेड़िया, पवन कुमार दादलिका, रामवतार सोनी, जितेन्द्र मिरणका, प्रदीप मंगलुनिया, मो. हनीफ भाटी, मो. असलम मौलानी, सुनील मंगलुनिया, मुरली मनोहर जोशी, राजू नाई, ओमप्रकाश मिश्रा, सुशील मिश्रा, रामरतन मिश्रा, ओम मिश्रा, विजयशंकर मिश्रा, भंवरलाल शर्मा, गजानन्द मिश्रा सहित अनेक गणमान्यजन शामिल थे।