दो दिन पहले एक ही परिवार के दो जनों के कोरोना पॉजीटिव होने के पश्चात शुक्रवार को फिर उसी परिवार के दो जने और कोरोना पॉजीटिव पाये गये हैं। कस्बे के अम्बेडकर भवन में चल रहे क्वारंटाइन सेन्टर से तीन दिन पहले 18 जनों के सैम्पल लिये गये थे, जिनमें से 12 जनों की रिपोर्ट गुरूवार शाम को नेगेटिव आई थी, जबकि शेष 6 जनों की रिपोर्ट शुक्रवार सुबह आई, जिसमें दो जनों की रिपोर्ट पॉजीटिव पाई गई। जिसके बाद छापर में अब एक ही परिवार से चार जने कोरोना संक्रमित हैं, जिनमें से दो महिलाऐं हैं तथा दो पुरूष हैं। चारों ही मुम्बई प्रवासी है। शुक्रवार को जिस पुरूष की रिपोर्ट पॉजीटिव आई है, वह दो दिन पहले पॉजीटिव आई महिला का पति है। पॉजीटिव पाये गये दोनों व्यक्तियों को मेडीकल टीम ने चूरू रैफर कर दिया। वहीं कस्बे में दो और कोरोना संक्रमित मिलने से खौफ का माहौल है। वहीं पुलिस प्रशासन द्वारा कस्बेवासियों को बार-बार धैर्य बनाये रखने और घर में सुरक्षित रखने तथा घर से बाहर नहीं निकलने की अपील की जा रही है।
क्वॉरेंटाइन सेंन्टर पर हुई 50 व्यक्तियों की जांच
कस्बे के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में चल रहे क्वारंटाइन सेंटर में 11 नए प्रवासियों के आने से कुल संख्या 50 हो गई। शुक्रवार को तमिलनाडु से पांच, महाराष्ट्र से तीन ,मध्य प्रदेश से दो, व एक प्रवासी दिल्ली से आया है। मेडिकल टीम ने इस सेंटर पर क्वारेंटाइन किए गए सभी व्यक्तियों का स्वास्थ्य परीक्षण किया। स्वास्थ्य परीक्षण में लगभग सभी व्यक्ति स्वस्थ पाए गए। इस सेंटर पर भोजन व नाश्ते-पानी की व्यवस्था दादा परिवार दिल्ली की प्रेरणा से की गई। इस कार्य में सुमित शर्मा, शिव प्रसाद जाट, पवन ओझा ,कमल कुमार शर्मा ने सहयोग किया।
14 दिन सरकारी क्वॉरेंटाइन रखने की मांग को नजरअंदाज करना पड़ा भारी
लगभग 8-10 दिन पहले राजस्थान विश्वविद्यालय के छात्र प्रतिनिधि शिवप्रसाद जाट के नेतृत्व में कस्बे के युवाओं ने जिले के उच्च पदाधिकारियों को थानाधिकारी राजीव रॉयल के माध्यम से ज्ञापन सौंपकर छापर में बाहर से प्रवासियों को 14 दिन तक सरकारी क्वारंटाइन सेंटर में भेजने की मांग की थी। लेकिन ऐसा नहीं किया गया। 2 दिन पहले पॉजिटिव मिलने के बाद तो कस्बे में दो क्वारंटाइन सेंटरों को सक्रिय किया गया।