जन जन के आस्था का केन्द्र सालासर बालाजी धाम में बुधवार को लक्खी मेले में हजारो श्रद्धालुओ ने हाजरी लगाई। बाबा के दरबार में भादरा से आए श्रद्धालुओ का एक जत्था बालाजी की ध्वजा व राष्ट्रीय भक्ति का जज्बा दिखाते हुए मेले के दौरान राष्ट्रीय ध्वज लहराते हुए आंतकवादियो का खातमा करने व भारतीय सेना का मनोबल बढ़ाने की अरदास करते हुए राष्ट्रीय प्रेम का अनुठा नजारा देखने को मिला। मेले में पैदल यात्रियों के जत्थे में हाथ में तिरंगा झण्डा देखने से श्रद्धालुओ का ध्यान आकर्षित हुआ। 200 से अधिक किलोमीटर की पैदल यात्रा कर आए जत्थे में बाबा के जयकारे के साथ वंदेमातरम के भी नारे लगाए गए। पैदल संघ के कमलेश ने बताया कि उरी में हुए आंतकवादी हमलों से आहत हुए है। इस राष्ट्रीय ध्वज को लाकर धोक लगाकर ले जाना है।
कमलेश ने कहा कि बालाजी महाराज देश के नेताओं को सद्बुद्धि और साहस दे की इन दुश्मनों के छक्के छुडा सके। श्री हनुमान सेवा समिति के सदस्यो ने पैदलसंघ का स्वागत किया। लक्खी मेले में बुधवार को हजारो भक्तों ने बाबा के जयकारे के साथ बालाजी के दर्शन किए। हनुमान सेवा समिति के अध्यक्ष यशोदानंदन पुजारी ने बताया कि शरद पूर्णिमा मेला एकादशी से लेकर पूर्णिमा तक चलता है जिसमें लाखो भक्त देश के कोने से सालासर बालाजी के दरबार में पहुंच रहे है। मेले में कानून व्यवस्था के लिहाज से जिला प्रशासन द्वारा 3 मेला मजिस्ट्रेट नियुक्त किये गए है। 600 से अधिक पुलिसकर्मी मेले में तैनात किए गये है। मंदिर परिसर में बाबा के भक्तों ने अपनी मन्नतों का नारीयल बांधा । इसी प्रकार मंगलवार देर रात्रि को भादरा से पैदल चलकर आए श्रद्धालु ने तिरंगा झण्डा लेकर सालासर बालाजी के दर्शन किए।