बाल्मिकी बस्ती निवासी रेवन्तमल पंवार ने पत्र में बस्ती को नगरपरिषद द्वारा काले पानी की सजा की सौगात दिये जाने पर बधाई संदेश देते हुए लिखा है कि परिषद ने बाल्मिकी बस्ती को काले गंदे टापू बना दिया है, नगरपरिषद चैयरमैन व आयुक्त द्वारा बाल्मिकी बस्ती का दौरा कर यहां की किसी भी समस्या का समाधान नहीं किया है।
पत्र में सफाई निरीक्षक, जमादार व सफाईकर्मियों द्वारा बाल्मिकी बस्ती की सफाई के प्रति निराशापूर्ण जागृति रखने का आरोप लगाते हुए लिखा है कि राजकीय माध्यमिक विद्यालय में आने-जाने के लिए बच्चों को रोज गंदे पानी में से होकर गुजरना पड़ता है। पत्र में आधे अधूरे नालों का ठेकेदार द्वारा पूर्ण खर्च दिखाने तथा गंदे पानी से बचने के चक्कर में बस्तीवासियों के नालों में गिरने का उल्लेख करते हुए पत्र में बताया गया है कि नगरपरिषद द्वारा लाल दवा, डी.डी.टी. पाउडर का प्रयोग कभी भी बाल्मिकी बस्ती में नहीं किया गया है।