सालासर में परवान पर है आस्था का ज्वार

SalsarBalaji

सालासर बालाजी का लक्खी मेले में आस्था का ज्वार अपने पूरे परवान पर है। सालासर कस्बा बालाजी के जयकारों से गुंजायमान हो रहा है। मेले में गुरूवार शाम तक तीन लाख श्रद्धालुओं ने बालाजी के दर्शन कर मन्नत मांगी। मेले की व्यवस्थाओं में हनुमान सेवा समिति द्वारा यात्रियों की सुविधार्थ तीन किमी लम्बी रैलिंग लगाई गई है, जिससे श्रद्धालु कतारबद्ध होकर आराम से बालाजी के दर्शन कर सके। कतारबद्ध यात्रियों के सुविधार्थ जगह-जगह अस्थाई मूत्रालय बनाये गये हैं तथा श्रद्धालुओं को पानी के पाऊच वितरित किये जा रहे हैं। सालासर आने वाले श्रद्धालुओं के सेवार्थ जगह-जगह भण्डारे लगाये गये हैं, जिनमें नाश्ता, खाना, दवाई, चाय-बिस्किट दिये जा रहे हैं। सालासर कस्बा बालाजी के जयकारों से गुंजायमान हो रहा है। लाल ध्वजा-लाल निशान लिये, जय कारे वीर बजरंगी के नाम का जयकारा लगाते श्रद्धालुओं का उत्साह देखते ही बन पड़ता है।

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मेले में है चाक-चौबन्द सुरक्षा व्यवस्था
मेले में किसी प्रकार की संदिग्ध गतिविधि पर नजर रखने के लिए 80 सीसीटीवी कैमरे लगाये गये हैं तथा एएसपी बुगलाल मीणा के नेतृत्व में पांच सौ से अधिक पुलिस के जवान तैनात हैं। सालासर थाने से मिली जानकारी के मुताबिक एक एएसपी, चार पुलिस उप अधीक्षक, तीन सीआई, 13 सीआई, 29 एएसआई, 42 हैड कांस्टेबल, 80 महिला कांस्टेबल व चार सौ कांस्टेबल तथा 40 ट्रैफिक पुलिस के जवान लगाये गये हैं। इसी प्रकार नेछवा पुलिस द्वारा एक एएसआई, 8 महिला कांस्टेबल, दो हैड कांस्टेबल, 30 जवान लगाये गये हैं। हनुमान सेवा समिति द्वारा मेले में 100 निजी सुरक्षा गार्ड के साथही 100 कर्मचारी लगाये गये हैं।

चन्द्र ग्रहण के कारण नहीं खुलेंगे मन्दिर के कपाट
हनुमान सेवा समिति के अध्यक्ष विजयकुमार पुजारी ने बताया कि चार अप्रेल शनिवार को पुर्णिमा पर चन्द्र ग्रहण के कारण प्रात: 06 बजे से सायं साढ़े सात बजे तक मन्दिर के पट्ट बंद रहेंगे। जिसके कारण श्रद्धालुओं को शुक्रवार के बाद रविवार को ही बालाजी के दर्शन हो पायेंगे। ज्यादातर यात्री शुक्रवार को ही बालाजी के धोक लगायेंगे।

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अंजनी माता के धोक लगाने से प्रसन्न होते हैं बालाजी
अंजनी माता मन्दिर में धोक लगाकर श्रद्धालु बालाजी के धोक लगाते हैं। अंजनी माता मन्दिर में माता के दर्शनार्थ आने वाले श्रद्धालुओं की सेवार्थ पन्नाराम जी भजनी संस्था द्वारा व्यवस्थायें की गई है। मान्यता है कि अंजनी माता के धोक लगाने के बाद बालाजी के धोक लगाई जाती माता के धोक लगाने से बालाजी प्रसन्न होते हैं और भक्तों की मनोकामना पूर्ण करते हैं। मन्दिर के पुजारी पं. प्रभूदयाल पारीक, ऋषिराज पारीक, कमलकिशोर पारीक की देख-रेख में मन्दिर के व्यवस्थापक मदनलाल चारण, मोहनलाल शर्मा, गणेश अग्रवाल, राकेश शर्मा, विनोद शर्मा सहित सभी कर्मचारी एवं श्रद्धालुगण मेले की व्यवस्थाओं में जुटे हुए हैं।

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