सालासर बालाजी का चैत्र पुर्णिमा का लक्खी मेला अपने परवान पर है। मेले में बाबा के दर्शन करने राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, दिल्ली सहित अनेक राज्यों से बालाजी के भक्त अपने-अपने वाहनों एवं पैदल चल कर आ रहे हैं। भक्तों की सेवार्थ सालासर में श्रद्धालुओं द्वारा भण्डारे चलाये जा रहे हैं। सालासर में भक्तों के रैले के साथ लाल ध्वजा ही लाल ध्वजा दिखाई पड़ रही है। मेले में श्रद्धा व सेवा का भाव एक साथ नजर आ रहा है। बालाजी के दर्शनों को आने वाले भक्त अपने बच्चों के जात – जड़ूले उतार रहे हैं, वहीं गठजोड़े की जात भी दे रहे हैं। श्रद्धालु बाबा के दरबार में मन्नत का नारियल बांधकर अपनी अरदास पूरी करने की प्रार्थना कर रहे हैं।
मेले को लेकर प्रशासन व हनुमान सेवा समिति दोनो ने ही व्यापक प्रबन्ध एवं सुरक्षा इंतजाम किये हैं। मेले के दौरान सड़क पर खड़े रहने वाले वाहनों को हटाने के लिए क्रेन मंगवाई गई हैं। बालाजी के दर्शनों को कतारबद्ध श्रद्धालुओं के लिए पीने के पानी के पाऊच, फल, बिस्किट आदि वितरित किये जा रहे हैं। मेले में रोड़वेज ने भी करीब पचास अतिरिक्त बसें लगाई गई। जिससे बालाजी के दर्शन करने के बाद श्रद्धालु समय पर अपने गांव लौट सके। मेला क्षेत्र को चार भागों में बांटा गया है तथा पूरे मेला क्षेत्र पर सीसीटीवी कैमरों से नजर रखी जा रही है। हनुमान सेवा समिति अध्यक्ष विजय कुमार पुजारी ने बताया कि प्रशासन के अलावा मन्दिर के अन्दर भीड़ को नियन्त्रित करने एवं अन्य व्यवस्थाओं के लिए सौ स्वयंसेवक एवं इतने ही अन्य लोग अपनी सेवायें दे रहे हैं। मेले में दो एम्बूलैंस, दस स्टै्रक्चर, दो ऑक्सीजन सिलेण्डर सहित चिकित्सकीय एवं नर्सिंग स्टाफ को तैनात किया गया है। समिति अध्यक्ष विजय कुमार पुजारी ने बताया कि मेला क्षेत्र में व्यवस्थाओं को सम्भालने के लिए 150 गार्डोँ को भी जयपुर से बुलाया गया है।