निकटवर्ती सालासर धाम स्थि चमेलीदेवी अग्रवाल सेवा सदन में भारतीय सीए संस्थान ऑन को-परेटिव एण्ड एनपीओ सेक्टर्स एवं कमेटी फार कैपेसेटी बिल्डिंग ऑफ सीए फर्मस एवं स्माल एवं मिडियम प्रेक्टिसनर्स के तत्वाधान में जयपुर शाखा एवं सीकर सीपीई चैप्टर के द्वारा तीन दिवसीय रेसिडेन्शियल रिफ्रेशर कोर्स के दूसरे दिन के तृतीय सत्र में तनाव एवं जीवन शैली प्रबन्धन पर उज्जैन के अरूण श्रृषि ने अपने उद्बोधन में बताया कि किस प्रकार अपनी दिनचर्या में परिवर्तन कर तनाव मुक्त रहा जा सकता है एवं बिमारियों से बचा जा सकता है। नियमित रूप से मात्र 15 सैकण्ड ताली बजाने से एक इंसान स्वस्थ जीवन जी सकता है। उन्होने विभिन्न प्रकार के उदाहरणों से बताया कि हमारे बुजुर्गों ने प्रकृति द्वारा दिये गये संसाधनों का उचित प्रयोग कर अपनी जीवन शैली को नष्ट लिया है। आर आर सी के एडवाईजर सीए प्रहलाद झूरिया ने बताया कि चतुर्थ सत्र में दिल्ली के सीए अशोक बत्रा ने सर्विस टैक्स के बारे में अपना व्याख्यान दिया।
उन्होने विभिन्न भ्रान्तियों के बारे में जानकारी देते हुए नये प्रावधानों के बारे में विस्तारपूर्वक बताते हुए कहा कि भारत सरकार द्वारा एक जुलाई 2012 से सेवा कर के प्रावधानों में आमूल-चूल परिवर्तन कर दिया गया है। जिससे नकारात्मक सूची में वर्णित कुछ सेवाओं को छोड़कर शेष सभी प्रकार की सेवाओं पर 12.36 प्रतिशत की दर से सेवाकर लागू कर दिया गया है। सरकार तथा राजनीतिक पार्टियोंं द्वारा किये जाने वाले विज्ञापन खर्चे पर सेवा कर सेवा कर से मुक्त कर दिया गया है। दिल्ली के सेवाकर विशेषज्ञ सीए गजेन्द्र माहेश्वरी ने सेवा कर के क्षेत्र में चार्टर्ड एकाउन्टेन्टस के लिए नये अवसरों के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए उपस्थित सदस्यों की विभिन्न समस्याओं का समाधान किया। इस सत्र की अध्यक्षता जयपुर शाखा के पूर्व अध्यक्ष डा. सीए संजीव अग्रवाल ने की। आर आर सी के संयोजक सीए सुनील मोर एवं सीए अशोक सावा ने बताया कि आर आर सी के पंचम सत्र में दिल्ली के सीए कपिल गोयल ने टैक्सेशन एण्ड लीगल इश्यूज इन चैरिटेबिल इन्सटीट्यूशनस पर बोलते हुए बताया कि चैरिटेबल ट्रस्टों के ऊपर आयकर विभाग द्वारा विभिन्न प्रकार की धाराओं द्वारा प्रबन्धन किया जाता है, जिनमें धारा 11, 12 एवं 13 प्रमुख है।
इन समस्त आयकर कानूनों की धाराओं को ध्यान में रखते हुए पेशेवरों को अपने कर्तव्य का पालन करना चाहिये। गोयल ने कहा कि आयकर की धारा 2 (15) की परिभाषा के अनुसार धार्मिक संस्थान भी आयकर के दायरे में आ सकते हैं, जो कि धार्मिक गतिविधियों के आयोजन में प्राप्त प्रतिफल पर आयकर लगाया जा सकता है। इस सत्र के दूसरे वक्ता सीए अमित अग्रवाल ने प्रोफेशनलस ओपोच्यूटिनीज ऑफ कोपरेटिव एण्ड एन पी ओ सेक्टर्स विषय पर विचार रखते हुए कहा कि आज पेशेवरों का क्षेत्र काफी विस्तृत हो गया है। एक दशक पूर्व जिन क्षेत्रों के बारे में कोई सोच भी नहीं सकता था, आज उन क्षेत्रों में रोजगार की अपार सम्भावनायें उपलब्ध है। इस सत्र की अध्यक्षता जयपुर के सीए एस सी जैन ने की। जयपुर शाखा के अध्यक्ष सीए राममनोहर ने बताया कि प्रतियोगियों के लिए दादी रानी शक्ति झुन्झुनु में दर्शन एवं भजन संध्या का आयोजन किया गया। इस भजन संध्या में सालासर के मनोहर पुजारी एवं सीकर के चन्द्रप्रकाश शर्मा की होली टोली द्वारा प्रस्तुति दी गई।