सिद्धपीठ सालासर बालाजी का लक्खी मेला परवान पर चढऩे लगा है। जय बाबा की जय श्रीराम, इक्की दुक्की पान की जय बोलो हनुमान की, जयकारा……वीर बजरंगी सहित अनेक जयकारों से सालासर का कण-कण गुंजायमान हो रहा है। देश-प्रदेश के दूर-दूर के शहरों व कस्बों से पदयात्रियों व कनक दण्डवत आने वालों का सिलसिला अनवरत जारी है। सालासर आने वाला प्रत्येक मार्ग बालाजी के भक्तों से अटा पड़ा है। सीकर, सुजानगढ़, रतनगढ़, लक्ष्मणगढ़ रोड़ पर दूर-दूर तक लाल ध्वजा लिये बालाजी के भक्त ही दिखाई दे रहे हैं। श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, रावला मण्डी, पीलीबंगा, हिसार, सिरसा, अनुपगढ़, घड़साना सहित अनेक शहरों व कस्बों से पदयात्रियों के जत्थे के जत्थे सालासर पंहूच रहे हैं।
यात्रियों की सुविधार्थ बालाजी के भक्तों द्वारा भण्डारे चलाये जा रहे हैं। रास्तों में खोले गये भण्डारों में सुबह की चाय के अलावा नाश्ता, भोजन, दवाई, पीने व नहाने के पानी, आराम, मालिश आदि अनेक सुविधायें बाबा के भक्तों द्वारा उपलब्ध करवाई जा रही है। सालासर आने यात्रियों को बालाजी के दर्शनों में किसी प्रकार की असुविधा नहीं हो इसके लिए हनुमान सेवा समिति ने अनेक प्रकार की व्यवस्थायें की है। समिति अध्यक्ष सांवरमल पुजारी ने बताया कि हनुमान सेवा समिति की ओर से श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ 8 किमी लम्बी रैलिंग लगाई हैं, जिससे पंक्तिबद्ध होकर श्रद्धालु आराम से अपने आराध्य के दर्शन कर सके । रैंलिंग के पास ही जगह-जगह पर अस्थाई शौचालय बनाये गये हैं। मेले में प्रशासन के अलावा समिति द्वारा भी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गये हैं। सुरक्षा में 300 सिक्योरिटी गार्ड, 300 कर्मचारी एवं 400 से अधिक स्वयंसेवक लगे हुए हैं। इनके अलावा 45 सीसीटीवी कैमरे लगाये गये हैं, जो मन्दिर के अन्दर एवं बाहर तथा पूरे मेले पर नजर रखे हुए हैं और प्रत्येक स्थान की पल-पल की खबर दे रहे हैं। पुलिस थाने के सामने प्रवेश द्वार से शुरू हुई रैलिंग में कतारबद्ध खड़े श्रद्धालुओं को पानी के पाऊच, टॉफी, बिस्कीट, चाय, सेब दिये जा रहे हैं। अध्यक्ष सांवरमल पुजारी ने बताया कि अब तक सात लाख से अधिक पानी के पाऊच श्रद्धालुओं के मध्य वितरित किये जा चुके हैं तथा दस लाख पाऊच तैयार है।
पुजारी ने बताया कि मेले में यात्रियों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुुए आठ स्थानों पर मेडीकल कैम्प लगाये गये हैं, जिनमें चिकित्सक एवं नर्सिंग स्टाफ के करीब 60 जने अपनी सेवायें दे रहे हैं। पुजारी ने बताया कि आपातकालीन सेवा के लिए एम्बूलैंस एवं अग्निशमन दमकल भी लगाई गई है। मेले में प्रशासन की ओर से सुरक्षा इंतजामों के लिए जवानों के आने का सिलसिला शुक्रवार देर शाम तक जारी था। समाचार लिखे जाने तक दो सौ से अधिक जवान सालासर पंहूच चूके थे। मेले की व्यवस्थाओं में सालासर धाम विकास समिति भी अपना योगदान दे रही है। समिति के सत्यप्रकाश गुप्ता ने बताया कि सालासार धाम विकास समिति द्वारा मेले के दौरान पूरे सालासर कस्बे की सफाई करवाई जाती है तथा मेले में चलने वाले सभी भण्डारों में टैंकरों के माध्यम से मीठे पेयजल की सप्लाई की जाती है। गुप्ता ने बताया कि समिति के द्वारा श्रद्धालुओं के लिए नि:शुल्क आवास व्यवस्था की जाती हैं एवं भण्डारा और मेडीकल कैम्प लगाया जाता है। मेले के दौरान बिजली व्यवस्था की जाती है।