मन में अपने आराध्य के दर्शनों की प्यास लिये हुए सैंकड़ों किलोमीटर की पदयात्रा कर बालाजी के भक्त मन में उत्साह एवं उल्लास के साथ जयकारे लगाते हुए सालासर पंहूच रहे हैं। सैंकड़ों किलोमीटर पैदल चलने के बाद भी बालाजी के भक्तों के चेहरों पर ना कोई थकान है और ना ही कोई शिकन। जयकारों से आसमान को गुंजायमान करते श्रद्धालु निरन्तर बालाजी के दर्शनों की आस एवं प्यास लिये एक-दूसरे का हौंसला बढ़ाते हुए नाचते-गाते हुए बाबा के दर पर आकर मत्था टेक कर अपनी मन्नत मांग रहे हैं। मन्दिर परिसर में नारियल बांधकर बालाजी से अपनी मनोकामना पूर्ण करने के लिए प्रार्थना कर रहे हैं। शरद पुर्णिमा के मेले पर सालासर में श्रद्धा का सागर हिलोरें मार रहा है। दिन में रास्ते तो रात में धर्मशालायें बालाजी के भक्तों से अटी हुई हैं। दिन में जयकारे तो रात में जागरण लगाये जा रहें हैं। प्रत्येक धर्मशाला एवं भण्डारा बालाजी के भजनों की स्वरलहरियों बिखेर रहा है। एक से बढ़ कर एक भजनों की प्रस्तुति से अपने आराध्य को रिझाने के प्रयास भक्तों द्वारा किये जा रहे हैं। सालासर का जर्रा-जर्रा सिन्दूरी एवं हनुमानमय हो रहा है। जिधर देखो उधर से ही बालाजी के नाम का जयघोष सुनाई दे रहा है।
बालाजी के दर्शन पाकर भक्त अपने आपको धन्य समझ रहे हैं। बालाजी के भक्तों के सेवार्थ हनुमान सेवा समिति के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता अध्यक्ष सांवरमल पुजारी के नेतृत्व में जुटे हुए हैं। शनिवार सुबह ढ़ाई बजे मन्दिर के पट खुलने के बाद देर शाम तक करीब दो लाख श्रद्धालुओं ने बाबा के दर्शन कर मन्नत मांगी। 16 अक्टूबर से शुरू हुए लक्खी मेले में अब तक करीब 8 लाख श्रद्धालुओं ने अपने आराध्य के दर्शन किये हैं। समिति मैनजर जीतमल शर्मा, किरोड़ीमल शर्मा, भगवानाराम शर्मा, इन्द्रचन्द नवहाल, पं. जगदीश मौल्यासी सहित अनेक बालाजी के भक्त श्रद्धालुओं की सेवा में जुटे हुए हैं। वहीं पुजारी परिवार के महावीर प्रसाद पुजारी, देवकीनन्दन पुजारी, पूर्व सरपंच देवकीनन्दन पुजारी, रविशंकर पुजारी, यशोदानन्दन पुजारी, श्रीराम पुजारी, नन्दू पुजारी सहित पूरा पुजारी परिवार श्रद्धालुओं की सेवा में जुटा हुआ है।
लचर पुलिस व्यवस्था
सालासर मेले में पुलिस की व्यवस्था बेहद लचर एवं कमजोर नजर आ रही है। पुलिस की व्यवस्था अव्यवस्था में तब्दील हो गई है। पुलिस की कार्यप्रणाली से ना तो स्थानीय निवासी खुश है और ना ही बाहर से आने वाले यात्री। लोगों का आरोप है कि पुलिस की कमजोर व्यवस्था के कारण रैलिंग में कतारबद्ध खड़े श्रद्धालुओं को हाथ ठेले लगाकर सामान बेचने वाले परेशान कर रहे हैं तो वाहनों की बेरोकटोक आवाजाही लगातार हो रही है।
शिथिल पेयजल व्यवस्था
मेले के दौरान पेयजल सप्लाई सुचारू नहीं होने के कारण कस्बेवासियों और यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। पीने के पानी के लिए यात्रियों को दर – दर भटकते हुए आसानी से देखा जा सकता है। मेले के दौरान आमजन को विभाग की बेरूखी का सामना करना पड़ रहा है।
अतिरिक्त रोड़वेज बसें
मेले के दौरान रोड़वेज ने हनुमानगढ़, गंगानगर, हिसार के लिए दस अतिरिक्त बसे लगाई हैं। लेकिन सवारियों के अभाव में ये खाली ही चल रही है। सालासर बुकिंग इंचार्ज केशरदेव चौधरी ने उक्त जानकारी देते हुए बताया कि इन रूटों पर बिना परमीट की बसें चलने के कारण रोड़वेज को नुकसान उठाना पड़ रहा है। चौधरी ने बताया कि पचास सवारियों होने पर सवारियों की मांग के अनुसार कहीं भी बस भेजने के लिए अतिरिक्त बसों की सुविधा रोड़वेज के पास उपलब्ध है।