कस्बे में विभिन्न जगह पर आयोजित गणेश चतुर्थी महोत्सव गणेश प्रतिमाओं के विसर्जन के साथ ही सम्पन्न हो गये। परशुराम गार्डन में श्री बालाजी सेवा समिति द्वारा आयोजित गणेश चतुर्थी महोत्सव का मूर्ति विसर्जन के साथ रविवार को समापन हो गया। एक सप्ताह तक चलने वाले महोत्सव में मूर्ति स्थापना के बाद सुन्दरकाण्ड पाठ, भजन संध्या, जन्मोत्सव एवं अभिषेक, महाआरती के बाद आयोजित जागरण में रविओम त्रिशुली द्वारा सजीव झांकियों का प्रदर्शन किया गया। महोत्सव के दौरान होने वाले सभी धार्मिक अनुष्ठान वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ पं. श्यामसुन्दर शर्मा व प. रविकान्त शास्त्री ने पूर्ण विधिविधान पूर्वक सम्पन्न करवाये। रविवार को सुबह हवन के पश्चात भगवान गणेश की शोभायात्रा नगर के प्रमुख मार्गो से निकाली गई। जिसमें शामिल गणेश भक्त बैण्ड बाजे एवं डी जे की धुन पर नाचते गाते चल रहे थे।
शोभायात्रा में फूलचन्द सामरिया, नेमीचन्द मोयल, कन्हैयालाल तूनवाल, बाबूलाल गिलाण सहित अनेक लोग शामिल थे। सात दिवसीय गणेश चतुर्थी महोत्सव को सफल बनाने में बलराम सोनी, विमल सैन, रवि प्रजापत, गोविन्द प्रजापत, सांवरमल प्रजापत, नोरतन सामरिया, सुनील सोनी, अमित पीपलवा, रमेश प्रजापत व महेन्द्र चोटिया सहित अनेक कार्यकर्ताओं ने अपना योगदान दिया। इसी प्रकार वाल्मिकी बस्ती स्थित पाण्डाल से भगवान गणेश की शोभायात्रा कस्बे के प्रमुख मार्गों से होती हुई लाडनूं पुलिया चौक पंहूची। शोभायात्रा में रथ पर गंगाधर लाखन व सुनील सियोता भगवान गजानन के चंवर ढ़ूला रहे थे। शोभायात्रा में डीजे की धुन पर गणेश भक्त नाचते हुए चल रहे थे। इसी प्रकार सिद्धि गणेश मन्दिर स्थित पाण्डाल से भगवान गणेश की शोभायात्रा रवाना होकर कस्बे के मुख्य रास्तों से गुजरते हुए लाडनूं पुलिया पंहूची। जहां से सभी गणेश प्रतिमाओं को विसर्जन के लिए निम्बी जोधा ले जाया गया। शोभायात्रा में गणेश भक्त नाचते हुए चल रहे थे।