बीते दो दिनों से जारी बरसात का दौर शुक्रवार सुबह थम गया, लेकिन आसमान बादलों से दिन भर अटा रहा, जिस कारण सूर्य देव के दर्शन भी नसीब नहीं हुए। पिछले कईं दिनों से आसमान में बादलों की आवाजाही के बीच रूक-रूक हो रही फुहारों ने दो दिन से लगातार बरसते हुए पूरे क्षेत्र को तरबतर कर दिया है। शहर के नाथो तालाब, होलीधोरा, हरिजन बस्ती, नलिया बास, नया बास सहित सभी नीचले इलाकों में पानी भर गया। नाथो तालाब में पानी भरने से जाजोदिया स्कूल, कन्या महाविद्यालय, गौशाला व पशु चिकित्सालय सहित ठरड़ा गांव जाने का रास्ता अवरूद्ध हो गया। स्कूल और कॉलेज जाने-वाले छात्र-छात्राओं को सड़क पर तालाब का पानी भरा होने के कारण घूम कर जाना पड़ रहा था।
सुबह करीब साढ़े दस बजे शहर से कचरा व खाद लेकर जा रही नगरपरिषद की ट्रैक्टर -ट्रॉली भी सड़क से नीचे उतर कर ताल में पानी में फंस गई। जिसके कारण ट्रॉली को वहीं खाली करवाया गया तथा जेसीबी मशीन बुलाकर ट्रैक्टर व ट्रॉली को पानी से बाहर निकाला गया। इस दौरान मौके पर अनेक लोग जमा हो गये। इसी प्रकार होली धोरा में सुजानगढ़ शिक्षण संस्थान स्कूल से लेकर समाज कल्याण छात्रावास के पीछे तक काफी दूर में मुख्य सड़क एवं गलियों में बरसाती पानी भरा होने से मौहल्ले के अस्सी घरों के लोगों का आवागमन बंद हो गया। पानी इन घरों की दहलीज तक पंहूच गया तथा कईं घरों के अन्दर घुस चूका है। शाम तक पानी सड़क व गलियों में पड़ा हुआ था। इसी प्रकार हरिजन बस्ती में भी पानी भरने से लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। छात्र-छात्राओं को स्कूल आने-जाने में परेशानी हुई।