दो लाख रुपये का लोन व नगद 50 हजार रुपये मिलने का झांसा देकर एक व्यक्ति के बैंक खाते खुलवाकर उनका अवैध रुप से संचालन दूसरे लोगों द्वारा किये जाने की मामला स्थानीय थाने में दजज़् किया गया है। पीड़ित ईकबाल पुत्र हारून अगवान निवासी वाडज़् न. 7 ने इस्तगासे के जरिये थाने में मामला दजज़् करवाकर पुलिस को बताया है कि मैं एक गरीब और अनपढ़ व्यक्ति हूं। एक माचज़् 2014 को मेरे पास युसूफ पुत्र इब्राहिम तैली निवासी वाडज़् न. 14 आया और मुझे कहा कि मेरे दोस्तों के पास एक अच्छी स्कीम है। जिस पर मैंने स्कीम की जानकारी चाही तो युसूफ ने बताया कि हम तुम्हारे नाम से बैंक में खाते खोलेंगे और उनमें लेनदेन करेंगे।
जिसके तीन महीने बाद तुम्हे दो लाख रुपये और खाते में 50 हजार रुपये नकद मिलेंगे। इस स्कीम को सुनने के बाद पीड़ित ईकबाल खाते खुलवाने के लिए राजी हो गया। उसके बाद युसूफ के दो अन्य साथी सुल्तान पुत्र बाबूलाल तैली निवासी वाडज़् न. 14 हाल हावड़ा, सलमान पुत्र सलीम तैली निवासी वाडज़् न. 14 हाल कोलकाता आये और दो दिनों में मुझे साइन करने सिखाये। उसके बाद तीनों मुझे 6 माचज़् 14 को बैंक ऑफ बड़ोदा ले गये वहां साइन करवाये।
उसके बाद ऑरियंटल बैंक ऑफ कॉमर्स भारतीय स्टेट बैंक, महाराष्ट: बैंक की शाखाओं में ले गये और वहां मेरे खाते खुलवाकर पास बुकें और एटीएम खुद ले लिये और मुझे कहा कि तीन महीने बाद तुझे लोन और नकद पैसे मिल जायेंगे। लेकिन तीन महीने के बाद जब मैंने पैसे मांगे, तो एक महीना और लगने की बात कही गई। उसके बाद तीनों आरोपियों ने कहा कि तुम्हें कोई लोन नहीं मिलेगा और न ही कोई पैसा मिलेगा। तुम्हारे खाते हैं, तुम जानो। ईकबाल ने बताया है कि आरोपियों ने उसके नाम से खाते खुलवाकर उसके एटीएम व पासबुक अपने पास रखे और अवैध रुप से रुपयों का लेनदेन किया और एटीएम से रुपये निकालते रहे। पुलिस ने मामला दजज़् कर जांच शुरु कर दी है।