ऐ भाई जरा देख के चलो आगे गढढा, पीछे भी गढढा है फिल्मी गीत नगरपरिषद से चन्द कदमों पर कस्बे के ह्रदयस्थल गांधी चौक से बड़ौदा बैंक आने वाली सड़क पर पूरी तरह से फिट हो रहा है। एक कॉम्पलैक्स को बिजली का कनेक्शन देने के लिए रातों रात जेसीबी लगाकर सड़क को खोदा गया। लेकिन बिजली की भूमिगत लाईन डालने के दो दिन बाद भी ना तो बिजली विभाग ने और ना ही नगरपरिषद ने इस सड़क को पैदल चलने लायक भी तैयार नहीं किया। बिजली की लाईन डालने के लिए खोदे गये गड्डे को इस प्रकार से भरा गया कि वाहन चालक तो दूर पैदल चलना भी इस पर दूभर हो रहा है।
व्यापारियों ने बताया कि सड़क तोड़ने से पहले सम्बन्धित विभाग द्वारा नगरपरिषद से इजाजत ली गई या नही इस का पता नही है। इस मार्ग की सड़क पहले भी टुटी हुई थी, लेकिन दो दिन पूर्व अचानक ही बिजली विभाग ने सड़क को तोड़ कर इसका नक्शा ही बदल दिया। सीमेन्टेड सड़क को तोडे जाने से हाल बेहाल हो गया। छोटे छोटे दुपहिया वाहनो चालकों की तो मानो शामत ही आ गई और सामान लेकर गुजरना भी लोगो के लिए मुसीबत बना गया है। हालांकि इस सड़क के नये निर्माण की मांग को लेकर व्यापारियों ने पिछले दिनों प्रदर्शन भी किया था। जिसकी एवज में नगरपरिषद के सभापति डा. विजयराज शर्मा ने शीघ्र ही सड़क के निर्माण का आश्वासन दिया था। लेकिन परिणाम ढ़ाक के वही तीन पात हैं।