शहर के मुख्य बाजार स्थित लक्ष्मीनाथ मन्दिर से दो माह पूर्व हुई भगवान लक्ष्मीनाथ सहित चार मूर्तियों की चोरी में पुलिस को अब तक कोई सफलता नहीं मिली है। 18 दिसम्बर की रात्री को हुई भगवान लक्ष्मीनाथ सहित चार अष्टधातू की मूर्तियों एवं उनके चोरों को तलाशने में पुलिस पूरी तरह से विफल रही है। मूर्तियों की चोरी होने के बाद हुए बाजार बंद एवं ज्ञापन प्रदर्शनों के दौर के बाद अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजकुमार चौधरी, एएसपी बुगलाल मीणा, पुलिस उप अधीक्षक हेमाराम चौधरी, तत्कालीन थाना प्रभारी भूराराम खिलेरी, जांच अधिकारी विष्णुदत विश्नोई के शीघ्र ही मूर्ति चोरों की गिरफ्तारी करने एवं मूर्तियों की बरामदगी का आश्वासन दिया।
जिस पर पुजारी परिवार व संघर्ष समिति के पदाधिकारियों एवं श्रद्धालुओं ने आन्दोलन को स्थगित कर दिया था। लेकिन पुलिस द्वारा आज दिन तक मूर्ति चोरों व मूर्तियों का पता नहीं लगा पाई। पुजारी परिवार व संघर्ष समिति के पदाधिकारियों एवं श्रद्धालुओं द्वारा ज्यों ही आन्दोलन की रणनीति को लेकर चर्चा शुरू की जाती है, त्यों ही एएसपी बुगलाल मीणा, पुलिस उप अधीक्षक हेमाराम चौधरी, जांच अधिकारी विष्णुदत विश्नोई मन्दिर पंहूचकर जांच में तेजी लाने और शीघ्र परिणाम देने के आश्वासन का थोथा झुनझुना थमा दिया जाता हैं। जनमानस द्वारा पुलिस एवं प्रशासन के उच्चाधिकारियों को लगातार पोस्टकार्ड भेजकर मूर्तियों की बरामदगी करवाने एवं चोरों की गिरफ्तारी की मांग की जाती रही है। लेकिन अभी तक कोई सकारात्मक परिणाम सामने नहीं आने से आम जन में रोष व्याप्त है। जांच अधिकारी विष्णुदत विश्नोई का कहना है कि इतने दिन पंचायत चुनावों में व्यस्त थे। अब मोबाइलों की कॉल डिटेल निकलवाकर मामले की तह तक पंहूचने का प्रयास किया जायेगा।