गत 18 दिसम्बर की रात्री को लक्ष्मीनाथ मन्दिर से अष्टधातू की साढ़े तीन सौ साल पुरानी मूर्तियों के चोरी होने के बाद शनिवार शाम को पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मन्दिर आकर पूरी जानकारी ली। पूर्व शिक्षा मंत्री मा. भंवरलाल मेघवाल के साथ आये पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को मन्दिर के पुजारी नरेन्द्र भारती मिश्र व विजय कुमार मिश्र ने मन्दिर व मूर्तियों के इतिहास के बारे में जानकारी देते हुए मूर्तियों की यथाशीघ्र बरामदगी करवाने की मांग की।
पत्रकारों से वार्ता करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि प्रदेश में चोरों व डकैतों के हौंसले बुलन्द हैं। सरकार लापरवाह है, जिसके कारण लोग थानों में जाने से हिचकते हैं। प्रदेश में चोरी, लूट, डकैती व बलात्कार के प्रकरण बढ़े हैं, जिनकी रोकथाम के लिए पुलिस व जिला प्रशासन की जिम्मेदारी बढ़ जाती है। गहलोत ने कहा कि भाजपा सरकार के समय में विकास ठप्प हो गया है, जनहितकारी योजनायें बंद कर दी गई है। लोग आक्रोशित है। सरकार को जनभावनाओं को समझते हुए विकास के लिए उचित कदम उठाने चाहिये। गहलोत के साथ लक्ष्मणगढ़ विधायक गोविन्द डोटासरा भी थे। इस अवसर पर राधेश्याम अग्रवाल, प्रदीप तोदी, सन्तोष मंगलुनिया, पवन दादलिका, सत्यनारायण सोनी, दिनेश पीपलवा, ओमप्रकाश मिश्र, बबलू मिश्र, पवन मोर, मुरारी फतेहपुरिया सहित अनेक गणमान्यजन उपस्थित थे।