मूक पक्षियों को बचाना पुण्य का कार्य है। उक्त उद्गार समाजसेविका यशोदा माटोलिया ने व्यक्त करते हुए कहा कि बेजुबान पक्षियों को हिंसक जानवरों से बचाना पुनीत कार्य है। माण्डेता में कुत्तों का शिकार होने से एक दुर्लभ पक्षी को बचाने के बाद माटोलिया ने व्यक्त किये।
दुर्लभ पक्षी को बचाने के बाद जयप्रकाश शर्मा, विक्की के साथ दुर्लभ पक्षी को लेकर साण्ड चौक स्थित निराले बाबा पशु-पक्षी हॉस्पीटल आये। जहां पर डा. भीमसिंह व डा. गौरीशंकर माथुर ने दुर्लभ पक्षी का उपचार कर वहां पर घायल एवं बिमार पक्षियों के लिए बने कमरे में छोड़ दिया। चिकित्सालय के व्यवस्थापक एवं समाजसेवी मूलचन्द तिवाड़ी ने कहा कि बीमार एवं घायल पशु-पक्षियों का यहां पर सेवा भावना के साथ उपचार किया जाता है।