भगवान विष्णु के दशावतारों में से एक भगवान श्री परशुराम जयन्ति के उपलक्ष में श्री खाण्डल विप्र समिति के तत्वाधान में कस्बे के विप्र समुदाय द्वारा शोभायात्रा एवं कलश यात्रा निकाली गई। दुलियां बास स्थित परशुराम भवन में समिति अध्यक्ष श्री निवास चोटिया, मंत्री बद्रीप्रसाद बोचीवाल ने मंगल कलशों की वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ पूजा-अर्चना की। शोभायात्रा में आगे चल रही धर्म ध्वजा का भगवतीप्रसाद नवहाल, वैद्य भंवरलाल काछवाल, ताराचन्द माटोलिया, सुमनेश माटोलिया, मधुसूदन माटोलिया, जगदीश प्रसाद जोशी ने पूजन कर रवाना किया। श्रीमती यशोदा माटोलिया, सरोज रूंथला, मंजू चोटिया, सन्तोष काछवाल, प्रीति तिवाड़ी, ललिता नवहाल, सिमरन माटोलिया, निर्मला जोशी के नेतृत्व में शीश पर मंगल कलश धारण कर हरकीर्तन करते हुए महिलायें चल रही थी।
शोभायात्रा में राम दरबार, शिव पार्वती, राधा कृष्णा और भगवान श्री परशुराम की मनमोहक झांकिया सजाई गई। दुलियां बास स्थित सिद्ध श्री संकट मोचन हनुमान मन्दिर से रवाना होकर शोभायात्रा कस्बे के प्रमुख मार्गों एवं बाजारों से होती हुई स्टेशन रोड़ स्थित खाण्डल भवन पंहूची। जहां पर भगवान श्री परशुराम जी की पूजा-अर्चना एवं आरती की गई। दुर्जन दहन दीन दु:ख भंजन सज्जन हितकारी, भृगुकुल भूषण परशुराम, धर्म ध्वजा फहराये, रामा-रामा – परशुरामा आदि जयघोषों के बीच शोभायात्रा का जगह-जगह पुष्प वर्षा कर स्वागत किया गया तथा परशुराम जी की आरती कर उनका आर्शीवाद भी लिया गया। शोभायात्रा में शामिल विप्र जनों के लिए स्थान-स्थान पर शरबत एवं शीतल जल की व्यवस्था की गई।
नगरपरिषद के सभापति डा. विजयराज शर्मा, पूनमचन्द शर्मा, पवन रूंथला, सुभाषचन्द्र जोशी, मनोज तिवाड़ी, श्रवण पारीक, परमानन्द मिश्रा, मांगीलाल पुरोहित, लालचन्द पीपलवा, ओमप्र्रकाश माटोलिया, अजय काछवाल, दुर्गादत बोचीवाल, रजनीश भोजक, महेश बढ़ाढऱा, रामवतार मंगलहारा, सुरेन्द्र माटज्ञेलिया, भीमशंकर शर्मा, राजेश चोटिया, भंवरलाल गिलाण, राधेश्याम लाटा, गजानन्द दाधीच, कपिल पारीक, विकास बागड़ा, दीपक काछवाल, वैंकटेश्वर काछवाल, गिरधर भोजक, परमानन्द जोशी, नरेन्द्र पारीक, अशोक तिवाड़ी, पूर्णानन्द माटोलिया, जयप्रकाश माटोलिया, दिप्तेश माटोलिय सहित विप्र समाज के अनेक प्रबुद्धजन शोभायात्रा में शामिल थे।