स्थानीय नाथो तालाब पर बुधवार शाम को जलझूलनी एकादशी का मेला भरा। मेले में कस्बे के विभिन्न मन्दिरों से भगवान की सवारी तालाब की पाल पर आई। जहां पर मन्दिरों के पुजारियों ने भगवान की आरती की तथा श्रद्धालुओं ने भगवान की पूजा कर पुण्य लाभ कमाया। मेले में महिलाओं और बच्चों की भारी भीड़ थी। मन्दिरों से भगवान की सवारियों के निकलने से कस्बे का प्रत्येक गली-मौहल्ला हाथी घोड़ा पालकी-जय कन्हैयालाल की से गुंजायमान हो रहा था। भगवान के जयकारे लगाये जा रहे थे और सवारियों के साथ चलने वाले हरिनाम संकीर्तन करते हुए चल रहे थे।