सुजानगढ.: महान संत महान दार्शनिक जैनाचार्य तेरापंथ धर्मसंघ के दशम अधिशास्ता युग प्रधान आचार्य श्री महाप्रज्ञ जी का आकस्मिक देवलोक गमन हो गया है। आपका सम्पूर्ण जीवन अहिंसा व मानवता के लिये समर्पित था। विश्व में हिंसा के खिलाफ द्वारा प्रयासों के एक युग का अंत हो गया है। महाप्रज्ञ जी ने धर्मसंघ से ऊपर उठ कर प्रेक्षाध्यान जीवन विज्ञान, अहिंसा प्रशिक्षण के द्वारा अन्तर चेतना के रूपान्तर पर बल दिया । आचार्य श्री का सरदाशहर में कार्यक्रम चल रहा था वे पूर्ण स्वस्थचित हो कर श्रावकों को प्रवचन कर रहे थे। आचार्य श्री के आकस्मिक निधन से, पूरे देश में शोक छा गया। सुजानगढ. जैन श्वेताम्बर समाज ने मुनी रमेश कुमार के सानिध्य में शोक व श्रद्धाजंलि सभा रखी गई।