राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के 150 वीं जन्म शताब्दी वर्ष में राज्य सरकार द्वारा महात्मा गांधी जीवन दर्शन समिति व उपखण्ड कार्यालय के माध्यम से आयोजित किये जा रहे अगस्त क्रांति सप्ताह के तहत गांधीजी के जय जवान व जय किसान के आदर्श के तहत गोपालपुरा गांव में किसान सम्मेलन का आयोजन किया गया। उपखण्ड अधिकारी धर्मराज गुर्जर ने महात्मा गांधी के सिद्धांत बुरा ना सुनो, बुरा ना कहो व बुरा ना देखो को मानना जरुरी बताते हुए कहा कि गायों को बचाना जरुरी है, गोचर की रक्षा ग्राम वासी करे।
संयोजक व सरपंच सविता राठी ने कहा कि अंग्रेजो द्वारा लिये जा रहे लगान से गांधीजी ने मुक्ति दिलाई। आज किसान अपने जल व जमीन के मालिक है। पशु चिकित्सक लालचंद शर्मा ने पशु रोगो की जानकारी दी। कृषि विभाग के नरेंद्र नायक ने बीमा योजना के बारे में किसानो को अवगत कराया। पशु चिकित्सक पवन पारीक ने मटका खाद के बारे में बताया। इस अवसर पर उपखण्ड अधिकारी धर्मराज गुर्जर ने कोरोना आर्मी से परिचय प्राप्त किया। महिलाओ ने स्वागत किया। रेगिस्तानी जहाज उंट के साथ बने सेल्फी कॉर्नर पर सबने सेल्फी ली।
सह संयोजक अमित मारोठिया व बजरंग सैन, बालेरां सरपंच सुरेन्द्र सिंह, आबसर सरपंच गिरधारी मेघवाल, उप सरपंच गणपतदास स्वामी, पूर्व सरपंच ओम प्रकाश शर्मा मंचस्थ थे। कुशलाराम मेघवाल, देदाराम, गोपालसिंह, भागुसिंह, इसरसिंह, पूसाराम प्रजापत, सवाईसिंह, सागर पिलानियां, पूरनाराम जाट, बलाराम, गोपाल मेघवाल, ओमप्रकाश प्रजापत, प्रकाश स्वामी, गंगासिंह, सोहनराम सहित डूंगरास, हेमासर, बालेरां, रूपेली, सूरवास, डूंगर बालाजी आदि गांवों के कईं किसानों ने किसान सम्मेलन में भाग लिया।