सालासर रोड़ स्थित बोबासर प्याऊ के पास असामाजिक तत्वों द्वारा एक बेजुबान साण्ड पर भाले से हमला कर उसे गम्भीर रूप से घायल किया गया है। इस प्रकरण को लेकर पंकज पुत्र दीपचंद प्रजापत ने पुलिस थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई है कि बोबासर प्याऊ के पीछे अज्ञात लोगों द्वारा लोहे के सरिये को साण्ड के पेट में घुसा कर बेजुबान जानवर को जान से मारने का प्रयास किया गया है।
साण्ड का ईलाज गोपाल गौशाला में किया जा रहा है। पुलिस ने मामला राजस्थान गौवंशीय पशु अधिनियम 1995 की धारा 09 में दर्ज कर जांच शुरू कर दी। जानकारी के अनुसार 30 जुलाई की रात करीब साढ़े आठ बजे अज्ञात लोगों ने धारदार भाले से वार किया, जिससे करीब एक फीट तक भाला साण्ड के पेट में चला गया और वह बुरी तरह से घायल हो गया। 31 जुलाई शुक्रवार को बजरंगी गौ सेवा समिति की टीम को इस बारे में जानकारी मिली तो टीम के कार्यकर्ता तुरन्त मौके पर पंहूचे और पुलिस को इस बारे में सूचना दी गई। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पंहूची तथा सीसीटीवी खंगालने पर घटना को अंजाम देने वाले पांच – छ: जने हैं, जिनमें से दो आदमी है तथा अन्य बच्चे हैं।
भाले के हमले से घायल साण्ड का काफी खुन बह चूका था। सुजानगढ़ के नोडल अधिकारी पशु चिकित्सक डॉ. लालचंद शर्मा, शोभासर के डॉ. विकास जांगीड़, छापर के डॉ. पवन कुमार की टीम ने मौके पर पंहूच कर घायल साण्ड का उपचार किया था और मेडीकल रिपोर्ट तैयार की। बजरंगी गौ सेवा समिति के बबलू बजरंगी, विक्की परावा, अजित कुमार, नोरतन गहलोत, विजय चौहान, रिछपाल बिजारणियां, हरिओम जोशी, संदीप जांगीड़, प्रेम टाक, अजय मोयल, परमेश्वर यादव, भरत प्रजापत, अभय जाखड़, सुरेन्द्र महला, विकास सैन, राजाराम प्रजापत की सहायता से साण्ड को गौशाला में छोड़ा गया।