क्षेत्र में टिड्डी का बढ़ता प्रकोप किसानों के साथ ही अधिकारियों के लिए भी सरदर्द बनता जा रहा है। टिड्डी पर नियंत्रण के लिए किसानों और अधिकारियों को रात-रात भर जाग कर कीटनाशकों का छिडक़ाव करना पड़ रहा है। गुरूवार रात को टिड्डी दल ने अपना डेरा गोपालपुरा, डूंगर बालाजी, डूंगरास, चरला, गनोड़ा व जगलाना ताल में डाला।
टिड्डी के आने की सूचना मिलते ही किसान अपने स्तर पर उसे भगाने का प्रयास करने लगे तथा कृषि अधिकारियों ने भी मौके पर पंहूच कर कीटनाशक का छिडक़ाव कर टिड्डी दल को नियंत्रित करने का प्रयास किया। किसानों और अधिकारियों के साथ गोपालपुरा सरपंच सविता राठी, डूंगरास सरपंच सुरेन्द्रसिंह राठौड़, चरला सरपंच प्रतिनिधि मनसुखराम गोदारा रात भर टिड्डी दल के साथ संघर्ष करते रहे। कृषि विभाग के सहायक कृषि अधिकारी रतनलाल यादव ने बताया कि लोकस्ट कंट्रोल वाहनों द्वारा 524 हैक्टेयर में कीटनाशक का छिडक़ाव कर टिड्डी दल को नियंत्रित किया गया। यादव ने बताया कि गोपालपुरा में तीन किमी लम्बा व एक किमी चौड़ा टिड्डी दल था, वहीं डूंगरास, चरला व गनोड़ा तथा जगलाना ताल में दो किमी लम्बे व एक किमी चौड़े टिड्डी दल को नियंत्रित किया गया।