सुजानगढ़ व बीदासर पंचायत समिति की अधीनस्थ ग्राम पंचायतों के सरपंचों ने ग्रामीण विकास में आ रही समस्याओं के समाधान की मांग को लेकर प्रेस वार्ता की। मालासी सरपंच विश्वजीत कस्वां के आह्वान पर होटल सत्यम में आयोजित प्रेस वार्ता में करीब एक दर्जन सरपंच पंहूचे। मीडिया से वार्ता करते हुए मालासी सरपंच विश्वजीत कस्वां ने कहा कि ग्राम पंचायतों के ई टेण्डर अप्रांसगिक है, इसके बाद भी होते हैं तो ग्राम पंचायत के स्तर पर हों। ब्लॉक स्तर पर ई टेण्डर होने से एक ठेकेदार द्वारा सभी ग्राम पंचायतों को सामग्री उपलब्ध करवाना असंभव है, जो कि ग्रामीण विकास की समग्रता पर काला धब्बा साबित होगा।
कस्वां ने पीएमजेवाई में पात्र व अपात्र के चयन के लिए सोशल डिस्टेंस के साथ सीमित संख्या में ग्राम सभा की बैठकें करने की अनुमति देने, क्षेत्र में जल ग्रहण व मनरेगा के तहत लघु व सीमान्त किसानों लाभान्वित करने के लिए उनके खेतों में जलग्रहण कूप बनाने की अनुमति देने, वंचित गरीब परिवारों को खाद्य सुरक्षा से जोडऩे की प्रक्रिया दोबारा शुरू करने, खनन कार्य करने व खनन कार्य के दुष्प्रभावों से पीडि़त ग्राम पंचायतों को प्राथमिकता के साथ डीएमएफटी योजनान्तर्गत प्राप्त राशि का व्यय करने का अधिकार देने, पंचायतों की निजी आय बढ़ाने के लिए पंचायती राज नियम 60 के तहत कर निर्धारण के दायरे को बढ़ाने, टिड्डी दल से बचाव के लिए अतिरिक्त साधन व संसाधन उपलब्ध करवाने तथा कोविड 19 से लडऩे के लिए दी जाने वाली राशि को बढ़ा कर दो लाख रूपये प्रति पंचायत करने की मांग मुख्यमंत्री अशोक गहलोत व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट से की है। इस अवसर पर गोपालपुरा सरपंच सविता राठी, लोढ़सर सरपंच कन्हैयालाल शर्मा, कल्याणसर सरपंच विकास सारण, बालेरां सरपंच सुरेन्द्रसिंह राठौड़, लुहारा सरपंच नरेन्द्र बेनीवाल, मलसीसर सरपंच मुकेश मेघवाल, आबसर सरपंच गिरधारीलाल कांटीवाल, ज्याक सरपंच भंवरलाल, घंटियाल बड़ी सरपंच नत्थूसिंह उपस्थित थे।