विदेश भेजने के नाम पर धोखाधड़ी करने के दो मामले दर्ज

स्थानीय पुलिस थाने में दो अलग-अलग अमानत में ख्यानत के मामले दर्ज हुए है। पुलिस सूत्रों के अनुसार तिलोकचंद पुत्र हीरालाल माली निवासी वार्ड नं. 2, सुजानगढ़ ने रिपोर्ट दी कि एक अक्टूबर 2018 को हरिश कुमार प्रजापत पुत्र मोतीलाल प्रजापत निवासी वार्ड नं. 3 सुजानगढ़, अलीशेर व गिरीवरसिंह ने ऑस्ट्रेलिया में दो लाख रूपये प्रतिमाह के हिसाब से रोजगार दिलाने का वादा करते हुए बदले में 14 लाख रूपये देने को कहा। जिस पर पासपोर्ट, दो फोटो, एक लाख रूपये नगद हरिश को दे दिये। 08 टक्टूबर 2018 को हरिश ने टिकट बनवाने के नाम पर पचास हजार रूपये और ले लिये।

21 अक्टूबर 2018 को हरिश ने तुर्किश एयरलाइन, सर्बिया का एक ऑनलाइन टिकट व्हाट्सअप पर भेजा। पूछने पर उसने बताया कि ऑस्ट्रेलिया सीधे नहीं जा सकते हैं। इसलिए सर्बिया होकर जाना होगा। टिकट की जांच करवाने पर टिकट फर्जी निकली, जिसकी शिकायत करते हुए हरिश से रूपये व कागजात मांगे तो उसने 30 अक्टूबर 2018 को वापस लौटाने का कहा। लेकिन उसने रूपये और कागजात वापस नहीं लौटाये, बल्कि 10 नवम्बर 2018 को इण्डोनेशिया भाग गया। हरिश के इण्डोनेशिया से वापस आने पर रूपये और कागजात मांगे तो उसने लौटाने से इंकार कर दिया। इसी प्रकार किशन पुत्र राधेश्याम सोनी निवासी वार्ड नं. 3 प्रभात नगर सुजानगढ़ ने रिर्पोट दी कि हरिश प्रजापत ने उससे कहा कि 12 लाख रूपये लगेंगे तुम्हे ऑस्ट्रेलिया भेज दूंगा, जहां पर तुम्हे 1650 डॉलर मासिक सैलेरी मिलेगी। इसके लिए एक लाख रूपये व पासपोर्ट हरिश व मोतीलाल प्रजापत को दे दिये।

15 नवम्बर 2018 को हरिश ने फोन पर बताया कि वह इण्डोनेशिया आया हुआ है तथा आपका ऑस्ट्रेलिया वाला काम हो गया है, आप इण्डोनेशिया चले आओ, यहां से फ्लाइट करवा दूंगा। 17 नवम्बर को किशन इण्डोनेशिया चला गया, उससे हरिश ने कहा कि दो फरवरी 2019 को इण्डोनेशिया से तुम्हारी फ्लाइट करवा दूंगा, तुम बाकी रूपयों का इंतजाम करो। जिस पर इण्डोनेशिया में हरिश को चार लाख रूपये के डॉलर दिये। उसके बाद उसने कहा कि अभी ऑस्ट्रेलिया का काम बंद है, तुम सुजानगढ़ चले जाओ। एक महीने बाद मैं आ रहा हूं, वहीं तुम्हारा काम करवा दूंगा। 13 फरवरी को किशन इण्डोनेशिया से सुजानगढ़ आ गया। एक माह बाद हरिश के लौटने पर किशन व उसके पिता हरिश व मोतीलाल प्रजापत के पास गये तो उसने कहा कि अभी ऑस्ट्रेलिया का काम बंद हो रखा है, काम चालू होते ही फोन आपको ऑस्ट्रेलिया भेज दूंगा।

10 अप्रेल 2019 में हरिश व मोतीलाल के घर पर गये तो उन्होने कहा कि कोई काम नहीं है, पांच लाख रूपये और इण्डोनेशिया में दिये ढ़ाई लाख रूपये कुल साढ़े सात लाख रूपये वापस मांगे, रूपये देने से इंकार कर दिया और आईन्दा रूपये मांगने आने पर मुकदमा कर जेल भेजने की धमकी दी। 12 अप्रेल 2020 की शाम को हरिश प्रजापत, मोतीलाल प्रजापत व राधा प्रजापत ने रास्ता रोक कर कहा कि हमारे खिलाफ मुकदमा किया जान से मार देंगे। मैने मेरे साढ़े सात लाख रूपये दे दो, मैं मुकदमा नहीं करूंगा। हरिश व राधा देवी ने मुझे नीचे गिरा कर मेरे साथ थाप मुक्कों से मारपीट की। पुलिस ने दोनो मामले दर्ज कर जांच शुरू कर दी।

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