शहर की भौजलाई रोड़ पर दोपहर बाद मिली बच्ची के परिजनों की तलाश कर उन्हे सौंप दिया गया। राव बीदाजी संस्थान के पास एक तीन वर्षिय बच्ची मिली। जहां पर करणीसिंह व अन्य युवकों ने उससे पुछताछ की, जिस पर उसने अपना नाम कृष्णा बताया। इसके बाद हारे का सहारा टीम के संयोजक श्यामसुन्दर स्वर्णकार ने बच्ची की फोटो सोशल मीडिया पर लगाई।
श्यामसुन्दर स्वर्णकार, करणीसिंह, गिरधारी प्रजापत और अन्य लोग बच्ची के परिजनों की तलाश में जुट गये। सोशल मीडिया पर लगाई गई पोस्ट एवं लोगों द्वारा की जा रही खोजबीन का ही परिणाम था कि कुछ ही देर में उसकी मां रेखा पत्नी दिनेश रैगर निवासी जोधपुर अपने देवर के साथ वहां पर पंहूच गई। पुलिस उप निरीक्षक हंसराज ने बच्ची को उसकी मां व चाचा को सौंप कर आगे से ध्यान रखने की हिदायत दी। रेखा ने बताया कि वह अपनी पीहर आई हुई तथा बच्ची खेलते घर से बाहर निकल गई थी।