
विश्व व्यापी कोरोना संकट के दौरान पंचायत एवं पंचायत के लोगों को स्वावलम्बी एवं स्वाभिमानी बनाने के प्रयासों के साथ ही ग्राम पंचायत गोपालपुरा एवं उसकी सरपंच सविता राठी द्वारा किये जा रहे एक के बाद एक किये जा रहे नवाचारों की क्षेत्र में चर्चा आम है। सरकार से किसी प्रकार की कोई मदद लिए बिना ही अपने दम पर अपनी पूरी पंचायत को स्वाभिमान के साथ ही स्वालम्बन करने के लिए प्रेरित करने वाली सरपंच सविता राठी ने राशन बैंक, कोरोना आर्मी, चैकिंग पॉइंट, के पश्चात नीम री छांव और आपणी रोटी का नवाचार क्षेत्र की अन्य पंचायतों ही नहीं नगरपालिकाओं और नगरपरिषदों के लिए भी विचारणीय एवं अनुकरण करने योग्य है।
अपनी पंचायत के लोगों की मानसिकता को सशक्त करने के साथ ही उन्हे स्वालम्बन की राह दिखाने वाली सरपंच सविता राठी ने जहां पंचायत की महिलाओं को मास्क बनाने के लिए प्रेरित किया, वहीं कोरोना आर्मी का गठन कर युवाओं को एक नई जिम्मेदारी सौंपी। महिलाओं ने जहां अपने घर से कपड़ा लिया और स्वयं ही सिलाई कर मास्क बनाये तथा उनके बनाये मास्क पंचायत के हर व्यक्ति के पास हैं। सशक्त मानसिकता से ही कोरोना से लड़ाई लड़ी और जीती जा सकती है, इस विचार को अपने स्वयं के साथ ही गोपालपुरा पंचायत के प्रत्येक व्यक्ति के जीवन का ध्येय वाक्य बनाते हुए संक्रमण की इस लड़ाई में एक योद्धा के रूप में तैयार किया है।
पंचायत का प्रत्येक व्यक्ति इस लड़ाई में अपनी सरपंच के साथ कंधे से कंधा मिला कर खड़ा है और अपने बूते कोई न कोई काम करते हुए विजय के लिए किये जा रहे हवन में अपनी ओर से आहूति दे रहा है। वकालत की डिग्री धारी सरपंच सविता राठी के कुशल नेतृत्व का ही कमाल है कि पंचायत का प्रत्येक व्यक्ति अपने आप को योद्धा मानते हुए विजय के इस हवन में कोई न कोई आहूति देने को तत्पर है।
कोरोना आर्मी
सरकार द्वारा लॉकडाउन की घोषणा करने के पश्चात गोपालपुरा सरपंच सविता राठी ने युवाओं को प्रेरित करते हुए 25 सदस्यीय कोरोना आर्मी का गठन किया। जिसमें शामिल युवा गांव में आने वाले प्रत्येक वाहन की जांच करने के साथ ही घर-घर जा कर स्क्रिनिंग व सर्वे करने, लोगों को जागरूक करने, बैंक, राशन की दुकानों एवं राशन डीलर की दुकान पर भीड़ नहीं हो तथा लोग सोशल डिस्टेंस की पालना करे, इसका पूरा ध्यान रखते हैं। कोरोना आर्मी अशिक्षित महिलाओं की पास बुक में बैंक से एंट्री करवाने, पैसे निकलवा कर देने तथा घर बैठे जरूरत का सामान उपलब्ध करवाने का कार्य कर रही है। गांव में बिना मास्क घुमने वाले ग्रामिणों को मास्क देकर उन्हे हिदायत के साथ उनके घर भेज रही है। टीम के सदस्यों का कहना है कि पंचायत का कोई भी नागरिक बिना वजह घर से बाहर नहीं निकले, इसी मकसद को लेकर कोरोना आर्मी काम कर रही है।
राशन बैंक
लॉकडाउन लागू होने के पश्चात पंचायत में कोई भुखा नहीं सोये इसे ध्यान में रखते हुए पंचायत में पांच राशन बैंकों की स्थापना की गई। राशन बैंक से पंचायत का कोई ग्रामिण अपनी जरूरत की खाद्य सामग्री ले कर जा सकता है। राशन बैंक की खास बात यह है कि मदद करने का इच्छुक कोई भी भामाशाह राशन बैंक में राशन सामग्री दे सकते हैं। सरपंच सविता राठी ने बताया कि राशन बैंक में किसी भी जरूरतमंद की फोटो नहीं ली जाती है, इसलिए कोई भी गरीब बिना किसी झिझक के राशन सामग्री लेकर उसका उपयोग और उपभोग कर रहा है। सरपंच राठी ने बताया कि ग्राम पंचायत कार्यालय परिसर, बाणिया बास, सुरवास, गढ़ के पीछे की बस्ती में राशन बैंक की स्थापना की गई है।
चौकियां की स्थापित
गोपालपुरा सरपंच सविता राठी ने लॉकडाउन के दौरान गांव का कोई भी व्यक्ति बाहर नहीं जाये तथा बाहर का कोई भी व्यक्ति गांव में नहीं आये, इसके लिए गांव में प्रवेश के 13 मार्गों को बंद करते हुए चौकियां स्थापित की। चौकी पर तैनात कोरोना आर्मी के सदस्य गांव से बाहर जाने वाले हर नागरिक की स्वीकृति पत्र देखकर उन्हें बाहर जाने दे रहे है। अगर इसी तरीके से प्रदेश की हर पंचायत अपने स्तर पर कोरोना जैसी बीमारी से लडऩे के लिए प्रबंध करती है तो देश से कोरोना वायरस को भगाया जा सकता है। सरपंच राठी ने बताया कि सुजानगढ़, चाड़वास एवं बालेरां से आने वाले रास्तों पर चैकिंग प्वाइंट बनाये गये हैं।
नीम री छांव और आपणी रोटी
पंचायत में बाहर से आने वाले प्रवासियों की सेवा करने के मकसद से बेगराज राठी उ.मा. विद्यालय में स्थापित क्वारंटाइन सेन्टर का नाम नीम री छांव और रसोई का नाम आपणी रोटी रखा गया। सरपंच राठी ने कहा कि पंचायत में दूसरे राज्य से आने वाले स्थानीय लोगों को नीम री छांव में रहते हुए किसी प्रकार की असुविधा नही होने दी जा रही है। वहीं यहां पर रहने वाले प्रवासियों को योग शिक्षक बजरंग नायक द्वारा योगा करवाया जायेगा। सरपंच सविता राठी ने बताया कि 117 प्रवासियों की वापसी के लिए पंचायत द्वारा ई पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करवाया जा चुका है।