सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री मास्टर भंवर लाल मेघवाल ने केन्द्र सरकार द्वारा लागू विशेष उत्पाद शुल्क में पेट्रोल पर 10 रूपये एवं डीजल पर 13 रूपये प्रति लीटर की भारी वृद्धि को आमजन के साथ अन्याय बताया है। उन्होने कहा कि कोविड -19 की महामारी एवं विकट आपदा के समय आमजन के पास राशन सामग्री एवं अन्य मूलभूत आवश्यकताओं की वस्तुओं का भी संकट उत्पन्न हो गया है, ऐसे समय में पेट्रोल-डीजल की दरें बढाना एक दुर्भाग्यपूर्ण निर्णय है। मेघवाल ने बताया कि पेट्रोल-डीजल के बढ़े दाम सभी वस्तुओं के दाम को भी प्रभावित करेंगे। कोविड -19 की महामारी के कारण आम जन अपने घरो में बंद है, रोजगार के कोई साधन नही हैं।
ऐसी विकट समय में दाम बढाना घोर – निंदनीय एवं अमानवीय कदम है। मेघवाल बताया कि केन्द्र सरकार को इस विकट आपदा के समय आमजन को राहत पैकेज देने का ऐलान करना चाहिए, जबकि मोदी सरकार द्वारा राहत पैकेज के स्थान पर कर्मचारियों के वेतन भत्तों में कटौती करना, पेट्रोल – डीजल के दाम बढाना, मजूदरों से किराया वसूल करना इत्यादि निर्णय कर आमजन का शोषण कर रही है। मेघवाल ने बताया कि इस महामारी के समय में जनता के साथ खडा रहकर राहत प्रदान करने के बजाय 14 मार्च 2020 से 04 मई 2020 के बीच 48 दिन में मोदी सरकार ने डीजल पर 16 रुपये प्रति लीटर तथा पेट्रोल पर 13 रुपये प्रति लीटर टैक्स लगाकर जनता के विश्वास के साथ कुठाराघात किया है।
Sir aapke passs koi option h to btaiye kripya taki oil ke price kam ho jaye
Q ki sab state paise nhi kaaam kha se chlega aap btaiye sir thoda modiji ko paise nhi chahiye state apne aap manage ker lenge