
सुजानगढ़ नगरपरिषद के एक असंतुष्ट पार्षद ने सुबह इस्तीफा देकर शाम को वापस ले लिया। दो दिनों से कांग्रेस के असंतुष्ट कांग्रेस पार्षदों के इस्तीफे देने का सिलसिला चल रहा था। शुक्रवार को वार्ड नं. 8 से पार्षद जहरा बानो ने अपने प्रतिनिधि मा. दाऊद काजी व वार्ड नं. 10 के पार्षद रमजान राव के पश्चात शनिवार को वार्ड नं. 43 के पार्षद मो. खालिद गौरी ने अपना इस्तीफा दिया, जिसे उन्होने देर शाम वापस ले लिया।
वार्ड नं. 43 के पार्षद मो. खालिद गौरी ने बताया कि लॉकडाउन के इस मुश्किल समय में सरकार की तरफ से वार्डवासियों को किसी भी प्रकार की राहत या राशन सामग्री उपलब्ध नहीं हुई है। मुश्किल की इस घड़ी में भी वे अपने वार्डवासियों की उम्मीदों पर खरा नहीं उतर सके, जबकि उनके वार्ड में 80 प्रतिशत लोग रोजाना काम कर अपना जीवन यापन करने वाले हैं, ऐसे में सरकार की ओर से उन्हे किसी प्रकार की कोई मदद नहीं मिल रही है तथा भामाशाहों की ओर से जो मदद मिल रही थी, उस पर प्रशासन ने रोक लगा दी है।
पार्षद खालिद गौरी के इस्तीफा देने के बाद पार्टी स्तर पर हलचल तेज हुई और नाराज पार्षद खालिद की मान मनुहार की गई। इसके पश्चात सभापति सिकन्दर अली खिलजी, उपसभापति बाबूलाल कुलदीप, आयुक्त बसन्त कुमार सैनी, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मो. इदरीश गौरी, पार्षद इकबाल खान, पार्षद प्रतिनिधि आवेश राव, मो. सफी खान की उपस्थिति में इस्तीफा वापस लेने की घोषणा की।