जस्टिस मो. रफीक ने सोमवार को उड़ीसा के मुख्य न्यायाधीश के पद की शपथ लेकर सुजानगढ़ को गौरवान्वित किया है। नूर मोहम्मद खान पहाडिय़ान ने बताया कि उड़ीसा के राजभवन में आयोजित कार्यक्रम में राज्यपाल गणेशीलाल ने जस्टिस मो. रफीक को उड़ीसा उच्च न्यायालय के 31 वें मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ दिलवाई। शपथ ग्रहण समारोह में सोशल डिस्टेंस का विशेष ध्यान रखा गया।
जस्टिस मो. रफीक मेघालय हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस के रूप में कार्य कर चूके हैं तथा मेघालय से ही स्थानान्तरित हो कर उड़ीसा आये हैं। इससे पूर्व मो. रफीक राजस्थान उच्च न्यायालय के कार्यवाहक चीफ जस्ट्सि रह चूके हैं। राजस्थान हाईकोर्ट से उड़ीसा के मुख्य न्यायाधीश बनने वाले वे दूसरे न्यायाधीश है इससे पूर्व जस्टिस के एस झवेरी भी उड़ीसा हाईकोर्ट के मुख्य न्यायााधीश रहे है। जिनकी 5 फरवरी 2020 को सेवानिवृति के बाद से ही उड़ीसा हाईकोर्ट में मुख्य न्यायाधीश का पद रिक्त चल रहा था।
उड़ीसा की राजधानी भुवनेश्वर स्थित राजभवन में आयोजित सादे समारोह में जस्टिस मो. रफीक के परिवार से उनकी पत्नी सीमा खान, पुत्र नावेद खान, पुत्रवधु सना खान व पौत्र शाहजिल शामिल हुए। आपको बता दें कि उड़ीसा के चीफ जस्टिस मो. रफीक का 25 मई 1960 को सुजानगढ़ कस्बे के होली धोरा मौहल्ले में जन्म हुआ। 1984 में वकालत की डिग्री लेकर शुरूआती दौर में राजस्थान उच्च न्यायालय में वकालत करने के बाद 15 मई 2006 को उन्हे राजस्थान हाई कोर्ट का जज बनाया गया। इसके बाद 13 नवम्बर 2019 को जस्टिस मो. रफीक मेघालय उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश बनाये गये।