लॉकडाउन के बीच सुजानगढ़ पुलिस द्वारा घर बैठे लोगों के बीच करवाई गई ऑनलाइन परीक्षा के परिणामों की सोमवार को घोषणा कर दी गई। घोषित परिणाम में टॉप दस में आए 15 जनों को कोरोना योद्धा के रूप में चुना गया है। टॉप टेन में शामिल कुछ प्रतिभागी एक ही घर के होने से ऐसे परिवारों ने भी खुद आगे आकर एक प्रतिभागी का चयन कर अन्य को मौका देने की स्वीकृति दी।
पुलिस व गठित टीम ने इनके इस निर्णय की सराहना की। सीआई मनोज भाटीवाड़ ने बताया कि कोरोना-लॉकडाउन के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से पुलिस ने 05 से 14 अप्रैल तक ऑनलाइन प्रतियोगिता का आयोजन किया था। लॉकडाउन खुलने के बाद चुने गए टॉप 10 में शामिल 15 सुजानगढ़ योद्धा विजेताओं का थाने में स्मृति चिन्ह व माला पहनाकर सम्मान किया जाएगा। सीआई मनोज कुमार ने बताया कि सुमिता भामा, मोहित तिवाड़ी, मनस्वी, आभा गुर्जर, नितिन बोरड़, प्रतिभा किलका, रोहित शर्मा, अंकित जोशी, कार्तिक आत्रेय, पूनम शर्मा, दिनेश कुमार स्वामी, विकास गुर्जर, ज्यान मो. चौहान, तानवी गुप्ता, रोहित थालौड़ ने प्रतियोगिता में प्रथम दस स्थानों पर जगह बनाई है।
प्रतियोगिता में टॉप टेन में शामिल एक ही परिवार के ज्यादा सदस्य होने वाले प्रतिभागियों ने उनसे अगले नंबर पर आने वाले प्रतिभागियों को मौका देने की मिसाल पेश की है। पुलिस ने बताया कि इनका भी सभी विजेताओं का साथ सम्मान होगा, जिनमें दीपिका सोनी, निकिता भामा, मनीष कुमार सोनी, सरोज पूनिया व लोकेश बोरड़ शामिल है। ज्ञात रहे कि एक ही परिवार के एक से चार तक चार सदस्य होने के कारण उन्होने स्वेच्छा से तीन नाम वापस ले लिये। मनीष सोनी ने बताया कि पुलिस द्वारा लॉकडाउन के दौरान करवाई गई ऑनलाईन प्रतियोगिता के पहले घोषित किये गये परिणाम में प्रथम स्थान पर उनकी पुत्री सुमिता भामा, दूसरे स्थान पर दीपिका सोनी, तीसरे स्थान पर निकिता भामा एवं चौथे स्थान पर वे स्वयं थे। लेकिन प्रतियोगिता में शामिल अन्य प्रतिभागियों के उत्साहवद्र्धन के लिए उन्होने अपना व अपनी पुत्री दीपिका व निकिता का नाम वापस ले लिया।