कस्बे के एक नम्बर रेलवे फाटक पर बुधवार को दिन ढ़लते ही हुई अरविन्द स्वामी की हत्या के आरोप में पुलिस ने दो जनों को गिरफ्तार किया है। पुलिस उप अधीक्षक नरेन्द्र कुमार शर्मा ने बताया कि राजकीय बगडिय़ा चिकित्सालय में भर्ती यशवंत स्वामी के पर्चा बयान के आधार पर दर्ज हत्या के प्रकरण में कानाराम पुत्र दानाराम बाजिया व भरत पुत्र मांगीलाल जाट निवासीगण सुजानगढ़ को गिरफ्तार किया है। प्रारंभिक पूछताछ में सामने आया है कि बुधवार दोपहर बाद आरोपी भरत द्वारा एक महिला से छेड़छाड़ को लेकर मृतक अरविन्द ने महिला के साथ मिल कर भरत मारपीट की और उक्त महिला के पांव पकड़वा कर माफी मंगवाई तथा उसका वीडियो बना लिया।
जिसके बाद आरोपी भरत ने कानाराम के साथ अरविन्द की हत्या की योजना बनाई और अपनी योजना को अमलीजामा पहनाते हुए रेलवे फाटक नम्बर 1 पर अरविंद स्वामी की हत्या की वारदात को अंजाम दे दिया। घटना के पश्चात पुलिस की अलग अलग टीमें आरोपियों की तलाश में रवाना की गई। साण्डवा थाना क्षेत्र के गांव भोमपुरा स्थित भरत जाट के ननिहाल से दोनों आरोपियों को दस्तयाब कर सुजानगढ़ लाया गया और प्रारंभिक पूछताछ के बाद अरविन्द स्वामी की हत्या के आरोप में कानाराम बाजिया और भरत जाट को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस आरोपियों से पुछताछ कर रही है। आरोपियों को शुक्रवार को न्यायालय में पेश किया जाएगा। इससे पहले गुरुवार सुबह मृतक अरविन्द स्वामी का मेडिकल बोर्ड द्वारा पोस्टमार्टम किया गया। इस दौरान राजकीय बगडिय़ा चिकित्सालय में लोगों की भारी भीड़ एकत्रित हो गई।
एहतियात के तौर पर अस्पताल में पुलिस जाप्ता तैनात था। बीती रात को अरविन्द ही हत्या होने के पश्चात हमले में घायल यशवन्त स्वामी ने अस्पताल में पुलिस को पर्चा बयान दिया कि मैं और मेरा दोस्त अरविन्द स्वामी पुत्र डूंगरमल स्वामी निवासी वार्ड नं. 11, नया बास, सुजानगढ़ मोटरसाइकिल से रेलवे फाटक क्रॉस करने लगे तो फाटक के बीच पंहुचते ही पीछे से कानाराम बाजिया व भरत जाट व दो-तीन अन्य पैदल-पैदल भागकर हमारी मोटरसाइकिल के पास आये और करीब 6 माह पहले अरविन्द व कानाराम बाजिया की लड़ाई हुई थी। इसी रंजिश के चलते कानाराम बाजिया ने अरविन्द पर चाकू से वार किये। हम घबरा गये व मोटरसाइकिलों से उतर कर भागने लगे। कानाराम बाजिया के साथियों ने अरविन्द को पकड़ लिया। कानाराम द्वारा किये गये चाकूओं के वार से अरविन्द घायल हो गया। जिसे राजकीय बगडिय़ा चिकित्सालय लाया गया, जहां पर उसने दम तोड़ दिया।