क्षेत्र में दो दिनों से हो रही बरसात ने किसानों के अरमानों पर पानी फेर दिया है। बिन मौसम की इस बरसात से किसानों की खेतों में पड़ी फसलों को भारी नुकसान पंहूचाया है। दो दिनों से जारी रूक-रूक कर कभी धीमी तो कभी तेज बरसात ने खेतों में पड़े बाजरा, मंूंग, तिल, मूंगफली आदि फसलों को भारी नुकसान पंहूचाया है। नब्बासर के किसान भागुराम सारण ने बताया कि दो दिनों से हो रही बरसात के कारण काट कर रखी गई फसलें भीग गई। जिससे मूंगफली दागी हो गई, जिसके कारण बाजार में इसके भाव कम मिलेंगे।
भाव कम मिलने से किसान को नुकसान होगा। किसान रामनारायण रूलाणियां ने बताया कि बिना मौसम की बरसात से मूंग काले पड़ गये हैं तथा उनका चारा भी काला होगा, जिससे बाजार में मिलने वाले भाव अब किसान को नहीं मिलेंगे तथा अनेक किसानों की बाजरी भी अभी तक खेतों में ही पड़ी है। बाजरी के भीगने से उस पर फफूंद आ जायेगी और किसी काम की नहीं रहेगी। वहीं तिल की फसल को भी काफी नुकसान हुआ है।