विगत दो दिनों से मौसम में बदलाव के साथ हो रही बुंदाबांदी ने रविवार सुबह तेज बारिश का रूप धर लिया। बरसात के कारण सडक़ों पर कीचड़ हो गया, वहीं कोठारी रोड़ सहित अनेक स्थानों पर पानी जमा हो गया। सडक़ों पर पानी जमा होने के कारण लोगों को आवागमन में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। सडक़ों पर कीचड़ होने से राहगीरों को सम्भल कर चलना पड़ा, फिर भी अनेक लोग फिसल गये, जिससे उनके कपड़े खराब हो गये।
कोठारी रोड़ पर पानी एकत्रित होने के कारण वहां से गुजर रहा एक गधा गाड़ी चालक सडक़ के गड्ढ़ों का अंदाजा नहीं लगा सका और गड्ढ़े में टायर के फंसने से उसके गधे ने सडक़ पर बीच पानी में घुटने टेक दिये। जिससे गधे और उसके मालिक दोनो को परेशानी का सामना करना पड़ा तथा काफी मश्कत के बाद गधे को उठाया जा सका। इस सडक़ पर बिन बारिश भी पानी भरा रहता है। कारण कि यहां बने मकानों में से अधिकतर बंद है और उनके नल के कनेक्शन खुले हैं, जिससे पानी की सप्लाई शुरू होने के साथ ही सप्लाई का पानी सडक़ पर आने लगता है और देखते ही देखते यह एक छोटे तालाब का रूप ले लेता है। बंद मकानों में खुले नलों को कैसे बंद किया जाये, यह भी एक समस्या है? जिससे रोजाना लोगों को दो चार होना पड़ता है, लेकिन अपने घर बंद कर दूर दराज बैठे लोगों को शहरवासियों की इस परेशानी से क्या लेना-देना है।