श्री सनातन संस्कार सेवा समिति द्वारा भौजलाई बास स्थित श्याम बाबा मंदिर के पास आयोजित की जा रही श्रीमद् भागवत कथा के चौथे दिन प्रभु कृपा सेवा संस्थान द्वारा कथा वाचक महन्त स्वामी कानपुरी जी महाराज का अभिनन्दन किया गया। संस्थान अध्यक्ष विधाधर पारीक, सचिव शंकरलाल सामरिया, मनीष तूनवाल ने कथावाचक स्वामी कानपुरी जी महाराज का साफा पहनाकर, शॉल ओढ़ाकर व माल्यार्पण कर अभिनंदन किया। कथा के चौथे दिन शुक्रवार को उपस्थित श्रृद्धालुओं को कथा श्रवण करवाते हुए व्यासपीठ पर विराजमान स्वामी कानपुरी जी महाराज ने भगवान के नृसिह अवतार का प्रसंग सुनाया। स्वामी कानपुरी जी महाराज ने कहा कि जिस कुल में प्रहलाद जैसे भक्त का जन्म होता है, उस कुल की 21 पीढिय़ों का कल्याण हो जाता है।
उन्होंने भक्त प्रहलाद के चरित्र का वर्णन सुनाते हुए कहा कि भक्त प्रहलाद ने भगवान से अपने पिता के लिए भी सद्गति की पुकार करके उनके कल्याण की कामना की। वहीं हाथी गजेंद्र की कथा सुनाते हुए स्वामी कानपुरी महाराज ने कहा कि सब प्रकार के रिश्तेदार सुख में ही हर व्यक्ति के साथ होते हैं, विपदा में केवल प्रभु ही व्यक्ति की सहायता करते हैं, इसलिए मनुष्य मात्र को सुख व दु:ख सभी प्रकार की स्थिति में भगवान का स्मरण करते रहना चाहिए। श्री सनातन संस्कार सेवा समिति के अध्यक्ष पवन कुमार जोशी ने बताया कि कथा में शिवप्रकाश बोहरा, रमेश, रामानंद द्वारा भजनों के दौरान संगत की जा रही है। सांगीतिक भागवत्कथा को सुनने के लिए भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी रही है। कथा को सफल बनाने हेतु समस्त भक्तजन जुटे हुए हैं।