कलश यात्रा के साथ भागवत कथा शुरू

दुलियां बास में सालासर रोड़ चुंगी नाका के पास स्थित एक नोहरे में मंगलवार को कलश यात्रा के साथ श्रीमद्भागवत कथा शुरू हुई। स्व. लक्ष्मीनारायण प्रजापत धोदवाला की स्मृति में आयोजित भागवत कथा में व्यासपीठ पर विराजमान कथावाचक हरिशरण महाराज ने कथा के प्रथम दिन भागवत जी का महात्म्य बताते हुए कहा कि भागवत सब शास्त्रोंं का सार है। भागवत को समझने के लिए भक्ति भावना का होना आवश्यक है।

इसके लिए हमें हमारी वृति को भगवान में लगानी चाहिए, जिससे हमारा मन शांत हो जाता है और मन के शांत हो जाने से हमारा ध्यान हमारे आराध्य के चरणों में लगा रहता है। इससे पूर्व दुलियां बास स्थित सिद्ध श्री संकट मोचन हनुमान मन्दिर से कलश यात्रा रवाना हुई, जो नगर के प्रमुख मार्गों से होते हुए कथा स्थल पंहूची। कलश यात्रा के दौरान यजमान अनिल प्रजापत सिर पर कथा को धारण किये हुए आगे चल रहे थे तथा सिर पर कलश धारण किये हुए महिलाऐं हरिनाम संकीर्तन करते हुए पीछे चल रही थी।

यात्रा के मार्ग में जगह-जगह पुष्प वर्षा कर भागवत जी का स्वागत किया गया। कलश यात्रा के दौरान भगवतीप्रसाद नवहाल, जगदीश प्रसाद जोशी, लक्ष्मीनारायण सामरिया, फूलचंद मोयल, करणीदान मंत्री, महावीरप्रसाद गिलाण, आनन्दीलाल गोठडिय़ा सहित अनेक लोग शामिल थे। आयोजन को सफल बनाने में कुलदीप मोयल, कन्हैयालाल नाई, निर्मल चोटिया, निर्मल बढ़ाढऱा, अमन सोनी, सम्पत जांगीड़, अर्पित सैन सहित अनेक कार्यकर्ता अपनी सेवाऐं दे रहे हैं।

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