सरकारी काम में लेट लतीफी की शिकायत तो हर किसी को रहती है, लेकिन यह देरी इतनी भी क्या कि किसी भवन के उद्घाटन के दस साल बाद उसका शिलान्यास हो, जी हां आप सही पढ़ रहे हैं, उद्घाटन के बाद शिलान्यास। यह वाकया है सुजानगढ़ उपखण्ड कार्यालय का। जहां पर दो शिलालेख लगे हुए हैं, जिनमें से एक उद्घाटन का है तो दूसरा शिलान्यास का, पर दोनो में दर्ज तारिखें आपस में मेल नहीं खा रही है। उपखण्ड कार्यालय भवन का उद्घाटन 13 अप्रेल 2003 को तत्कालीन उप मुख्यमंत्री डॉ. कमला ने किया था। जबकि उस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता तत्कालीन इन्दिरा गांधी नहर परियोजना एवं पंचायती राज राज्य मंत्री मा.भंवरलाल मेघवाल ने की थी तथा स्वागत कर्ता तत्कालीन नगरपालिका अध्यक्ष डॉ. विजयराज शर्मा एवं पंचायत समिति प्रधान नानीदेवी गोदारा थे। जिसका शिलालेख कार्यालय में प्रवेश करते ही ठीक सामने दीवार पर लगा हुआ है। ठीक ऐसा ही एक शिलालेख कार्यालय भवन के बाहर अर्जीनवीश बैठते हैं उस तरफ की दीवार पर लगा हुआ है। जिस पर लिखे हुए के अनुसार उपखण्ड कार्यालय का शिलान्यास पूर्व शिक्षा मंत्री एवं तत्कालीन विधायक मा. भंवरलाल मेघवाल द्वारा 27 सितम्बर 2013 को किया गया है। जिसकी अध्यक्षता पंचायत समिति के पूर्व प्रधान एवं तत्कालीन जिला परिषद सदस्य पूसाराम गोदारा ने की थी।
दोनो ही शिलालेखों पर लिखी गई तारिखें यहां आने वाले प्रत्येक व्यक्ति को भ्रमित कर रही है। यह सब कैसे हुआ तो इसकी बानगी यह है कि वर्ष 2013 में चुनाव से ठीक पहले पूर्व शिक्षा मंत्री एवं तत्कालीन विधायक मा. भंवरलाल मेघवाल ने उपखण्ड कार्यालय भवन के विस्तार के लिए यहां पर शिलान्यास किया था। लेकिन शिलापट्ट पर भवन के विस्तार के शिलान्यास के स्थान पर उपखण्ड कार्यालय भवन का शिलान्यास अंकित हो गया। जिसके कारण ही यहां आने वाला प्रत्येक व्यक्ति भ्रमित हो रहा है, यह सब ऐसे कैसे हुआ। शिलान्यास के बाद चुनाव हुए राज बदला, विधायक बदले और भवन का जो विस्तार होना था, वह शिलापट्ट से आगे नहीं बढ़ पाया और देखते ही देखते पूरे पांच साल बीत गये, फिर चुनाव आये, फिर राज बदला और बदले राज में सुजानगढ़ से विधायक एवं राज्य सरकार में काबिना मंत्री मा. भंवरलाल मेघवाल को अपने द्वारा किये गये शिलान्यास की याद आई और उन्होने इसकी सुध ली। अब राज के शुरू में ही यानी की आज एक सितम्बर रविवार को एक बार फिर उपखण्ड कार्यालय के विस्तार भवन का शिलान्यास होगा तथा आगामी कुछ समय इसका निर्माण भी पूर्ण होगा, ऐसी उम्मीद की जा सकती है।