
उपखण्ड के गांव मलसीसर में कीचड़ जमा होने से अवरूद्ध हुए आम रास्ते को लेकर परेशान ग्रामिणों ने तहसील मुख्यालय को दर्जनों गांवों से जोडऩे वाली सड़क पर प्रदर्शन किया। मुख्य रास्ते की बदहाली को लेकर ग्रामिणों ने अनेक बार प्रशासन को सूचना दी, लेकिन कुम्भकर्णी नींद सोये प्रशासन के कान पर जूं तक नहीं रेंगी और हालात बद से बदतर होते गये। स्कूल जाने वाले मासूम बच्चों और खेत को जाने वाली महिलाओं तथा पुरूषों को इस कीचड़ भरे रास्ते से आवागमन करना पड़ रहा है। कीचड़ जमा होने के कारण सड़क पर हो रहे गढ्ढ़ों से अनेक छोटे-बड़े वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो गये हैं। ग्रामिणों का कहना है कि लगातार हो रही दुर्घटनाओं के कारण अनेक लोग चोटिल हुए हैं।
परन्तु इस रास्ते को सही करवाने में ना तो ग्राम पंचायत रूचि दिखा रही है और ना ही प्रशासन इस ओर ध्यान दे रहा है। ग्रामिणों का कहना है कि गौरव पथ निर्माण के समय तत्कालीन विधायक खेमाराम मेघवाल ने इसे सही करवाने का आश्वासन दिया था, लेकिन राज बदलने के बाद भी हालात जस के तस हैं। ग्रामवासियों ने प्रदर्शन कर प्रशासन को चेतावनी दी है कि समस्या का समाधान नहीं हुआ तो शीघ्र ही उग्र आन्दोलन किया जायेगा। गांव के बुधाराम मेघवाल, रूपाराम धेतरवाल, मदन खिलेरी फौजी, भागूराम जाखड़, नागरमल प्रजापत, नारायण दहिया, भवानीशंकर शर्मा, छोटूराम गुलेरिया, नोरतन प्रजापत, मोहन मेघवाल, कालूराम जांगीड़, नथूराम बिस्सू, ज्ञानाराम दहिया, हंसराज प्रजापत सहित अनेक ग्रामिणों ने प्रदर्शन कर रास्ते को शीघ्र सही करवाने की मांग की।