खदान में नहाने गये एक ही परिवार के चार युवक डूबे

निकटवर्ती ग्राम पंचायत गोपालपुरा के डूंगर बालाजी क्षेत्र में सोमवार दोपहर को एक ही परिवार को चार युवक की पत्थर की खदान में डूब गये। प्राप्त जानकारी के अनुसार डूंगर बालाजी निवासी नरेन्द्रसिंह पुत्र कल्याणसिंह रावणा राजपूत उम्र 21 वर्ष, महावीरसिंह पुत्र मदनसिंह रावणा राजपूत उम्र 24 वर्ष, गजेन्द्रसिंह पुत्र कल्याणसिंह रावणा राजपूत उम्र 17 वर्ष तथा हिम्मतसिंह पुत्र भंवरसिंह रावणा राजपूत उम्र 17 वर्ष, विक्रमसिंह उम्र 22 वर्ष सहित कुल 6 जने खदान में नहाने के लिए गये थे। पानी में डूबने से बचे विक्रमसिंह ने बताया कि सभी जने खदान में नहाने के लिए गये थे। नहाने के दौरान विक्रम की चप्पल जोड़ी खदान में रह गई। जिसे निकालने के लिए विक्रम वापस खदान में गया। विक्रम डूबने लगा तो नरेन्द्रसिंह, महावीरसिंह, गजेन्द्रसिंह व हेमन्तसिंह खदान में वापस कूद गये। इस दौरान विक्रम तो खदान से बाहर आ गया। लेकिन नरेन्द्र, महावीरसिंह, गजेन्द्रसिंह व हेमन्तसिंह खदान में डूबने लगे तो विक्रमसिंह ने इस घटना की जानकारी आस-पड़ौस के लोगों को दी। ग्रामीणों ने चारों को बचाने के लिए भरसक प्रयास किये। लेकिन पानी में चारों का पता नहीं चला। घटना की जानकारी मिलने पर उपखण्ड अधिकारी रतनकुमार स्वामी, तहसीलदार अमरसिंह, पुलिस उप अधीक्षक नरेन्द्र शर्मा, सीआई मुश्ताक खान तथा आपदा प्रबंधन चूरू से टीम मौके पर पंहूची। टीम ने खदान में चारों की तलाश शुरू कर दी। देर शाम समाचार लिखे जाने तक नरेन्द्रसिंह का शव मिल गया। जबकि अन्य तीन युवकों की तलाश जारी है। हारे का सहारा टीम के सूत्रधार श्यामसुन्दर स्वर्णकार भी अपने साथियों के साथ मौके पर पंहूचे।

बारिश ने डाली रेसक्यू में खलल
घटना के बाद चारों युवकों की तलाश के लिए चलाया गया रेसक्यू ऑपरेशन बारिश होने के कारण बाधित हुआ। बरसात के कारण आस-पास की पहाडिय़ों का पानी खदान में आने लगा। जिसके कारण रेसक्यू ऑपरेशन कुछ देर के रोकना पड़ा। युवकों की तलाश के लिए बीकानेर से एनडीआरएफ की टीम को बुलाया गया है। जो समाचार लिखे जाने तक नहीं पंहूची थी।

गांव में हुआ गमगीन माहौल
गांव के चार युवकों के खदान में डूबने की घटना ने हर किसी को झकझोर कर रख दिया। पूरे गांव में गमगीन माहौल हो गया तथा घरों में चूल्हे तक नहीं जले। चारों युवक गरीब परिवार के ही हैं। पानी में डूबे नरेन्द्रसिंह मजूदर था, जबकि छोटा भाई गजेन्द्रसिंह कक्षा 11 का छात्र है, हिम्मतसिंह कक्षा 10 का छात्र है तथा चाचा महावीरसिंह भी मजदूरी करता है। नरेन्द्रसिंह व गजेन्द्रसिंह दोनो सगे भाई हैं, जबकि महावीरसिंह व हिम्मतसिंह दोनो चाचा भतीजा है। करीब सवा महीने पहले महावीरसिंह के पिता मदनसिंह की ह्रदयाघात से मौत हुई थी।

मुआवजे की मांग
रावणा राजपूत महासभा के तहसील अध्यक्ष प्रेमसिंह रावणा राजपूत ने इस घटना पर दु:ख व्यक्त करते हुए जिला कलेक्टर, आपदा प्रबंधन मंत्री व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से चारों युवकों के परिजनों को मुआवजा देने की मांग की है।

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