सामाजिक कार्यकर्ता बसन्त बोरड़ ने जिला कलेक्टर को पत्र प्रेषित कर राजकीय बगडिय़ा चिकित्सालय में व्याप्त अव्यवस्थाओं को दूर करने की मांग की है। बोरड़ ने पत्र में लिखा है कि राजकीय बगडिय़ा चिकित्सालय में रोगियों व उनके परिजनों की जेब कटने की घटनाऐं आये दिन हो रही है। विगत दिनों घटित जेबतराशी की दो घटनाओं में सम्बन्धित पीडि़त के हजारों रूपये व महत्वपूर्ण दस्तावेज चोरी हो गये। जेबतराशी की बढ़ती घटनाओं के कारण अस्पताल प्रशासन के साथ ही सुजानगढ़ शहर का नाम बदनाम हो रहा है।
पत्र में अस्पताल परिसर में घुमने वाले मेडीकल एवं निजी लैब के व्यक्तियों (लपकों) पर रोक लगाने की मांग भी की गई है। पत्र में बताया गया है कि ये लपके रोगियों को बहला-फुसला कर सरकारी जांच केन्द्र के बजाय निजी जांच केन्द्रों पर ले जाकर जांच के लिए उकसाते हैं, जिसके परिणाम स्वरूप गरीब रोगियों को नि:शुल्क जांच के स्थान पर मंहगी जांच के लिए पैसा लगाना पड़ा रहा है। पत्र में लपकों के खिलाफ कठोर कानूनी कार्यवाही करने की मांग की गई है।