लाडनूं रोड़ चूंगी नाका के पीछे स्थित कॉलोनी में काली माता के मन्दिर के पास एक मकान के ऊपर से जा रहे 11 हजार केवी की लाईन के तार के टूटने से एक बड़ा हादसा होते-होते रह गया। जेठाराम व हीरालाल गाडिय़ा लुहार ने बताया कि वे यहां विगत 15 वर्षों से मकान बना कर रह रहे हैं। उनके मकान के ऊपर से गुजर रही 11 हजार के.वी. की लाईन को शिफ्ट करवाने के लिए वे बिजली विभाग के अधिशाषी अभियन्ता, सहायक अभियन्ता सहित अनेक अधिकारियों व कर्मचारियों के कईं चक्कर लगा चूके हैं।
लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। दोनो भाईयों ने बताया कि विभाग द्वारा मांगे गये शिफ्टिंग चार्ज के 48,648 रूपये भी नौ मई को जमा करवा देने के दो महीने बाद भी विभाग ने लाईन को शिफ्ट नहीं किया। हीरालाल ने बताया कि शुक्रवार सुबह रोज की भांति बच्चे स्कूल जाने के लिए तैयार होकर पांव धोक लगाने उसके पास आये। उसी समय यह 11 हजार लाईन का तार टूट कर नीचे गिरा। वह तो भगवान की मेहरबानी थी कि मेरे द्वारा अकस्मात ही बच्चों को दूर फेंक दिया गया तथा घर में सबको आवाज लगा कर जो जहां है, उसी वहीं पर रूकने को कहा। उसके बाद बिजली विभाग में फोन करने के करीब 10 मिनट बाद बिजली सप्लाई बंद की गई।
तब तक हमारा परिवार किसी भी प्रकार की अनहोनी आशंका से आशंकित था। जेठाराम ने बताया कि मार्च में सहायक अभियन्ता व अधिशाषी अभियन्ता दोनो को ही पत्र सौंप कर 11 हजार की लाईन शिफ्ट करने का निवेदन किया था। लेकिन उन्होने उनकी एक नहीं सुनी। वो तो आज ईश्वर की मेहरबानी थी, नहीं तो हमारा तो पूरा का पूरा परिवार ही विभाग की लापरवाही की भेंट चढ़ जाता है। हादसे की सूचना मिलने के बाद विभागीय उच्चाधिकारी मौके पर पंहूचे और उन्होने 11 हजार केवी की लाईन को शिफ्ट करने का काम शुरू कर दिया।