दुलियां बास स्थित दुलियां स्कूल की गली में जाम निकालने के नाम पर एक वर्ष पूर्व सडक़ खोद कर खोले गये नाले का समाधान नहीं होने पर आक्रोशित मौहल्लेवासियों ने मुख्य सडक़ पर पत्थर डालकर जाम लगा दिया तथा नाले में पत्थर व मिट्टी डालकर पानी के बहाव को रोक दिया। जिससे नाले का गंदा पानी सडक़ पर आ गया और पत्थर डालकर जाम लगाने एवं धरना देने से वाहन चालकों को घूमकर अपने गंतव्य तक जाना पड़ा। नगरपरिषद के सभापति, आयुक्त के चूरू मिटिंग में जाने से धरनार्थियों से वार्ता करने दोपहर तक कोई नहीं आया।
चूरू से लौटने के बाद सभापति हाजी सिकन्दर अली खिलजी, आयुक्त भोमाराम ने धरना स्थल पर जाकर धरनार्थियों से वार्ता कर नाले के निर्माण को लेकर जारी किये गये ई टेण्डर के बारे में बताते हुए समझाईश की। आयुक्त ने धरनार्थियों की मांग पर नाले की सफाई का कार्य शुक्रवार को ही शुरू करवाने तथा नाले की मरम्मत का काम शनिवार से शुरू करवाने का आश्वासन दिया। धरनार्थियों ने सभापति व आयुक्त को बताया कि एक साल से वे नारकीय जीवन जीने को मजबूर हैं। नाले का गंदा पानी जलदाय विभाग की सप्लाई लाईन के द्वारा घरों में पंहूच रहा है, जिससे यहां रहने वाले परिवार गंदा, बदबूदार व दूषित पानी पीने को मजबूर है।
धरनार्थियों ने बताया कि बीते एक साल के दौरान अनेक स्कूली बच्चे, महिलायें, मोटरसाइकिल सवार नाले में गिरकर चोटिल हो चूके हैं। टूटे नाले के कारण शवयात्रा, प्रसव पीडि़ता एवं बीमार को ले जाने में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। गली में किसी प्रकार के ऑटो एवं गधा गाड़ी के नहीं जाने से घरों में आवश्यक रोजमर्रा के सामान के लिए भी परेशान होना पड़ रहा है। धरने पर लक्ष्मीनारायण प्रजापत, चन्दनमल प्रजापत, मनीर मणियार, गोपाल लाटा, हरिप्रसाद चोटिया, राकेश प्रजापत, मदन प्रजापत, हीरालाल प्रजापत सहित अनेक मौहल्लेवासी उपस्थित थे।
जब यह नाला होली धोरा वाले हमेशा के लिए बंद करवा रहे थे उस दिन ईसी मोहल्ले वाले यही लोगों ने ईसका विरोध किया था