नकारात्मक विचारों को अर्पित करना ही शिवरात्री का उद्देश्य – पियूष

प्रजापिता ब्रह्मकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित 81 वां त्रिमूर्ति महोत्सव का आयोजन शिव ध्वजारोहण के साथ किया गया। दिल्ली से आये ब्र.भा. पियूष ने सम्बोधित करते हुए कहा कि शिवरात्री मनाना अर्थात विकारों को सदा के लिए छोडऩे का व्रत लेना है। परमात्मा शिव को कल्याणकारी बताते हुए कहा कि बुद्धि से याद करते हुए संकल्पों को जोडऩे तथा नकारात्मक विचारों को अर्पित करना ही शिवरात्री का मूल उद्देश्य है।

नगरपरिषद सभापति हाजी सिकन्दर अली खिलजी ने संस्था की गतिविधियों की सराहना की। शाखा प्रबन्धक बी.के. सुप्रभा ने आभार व्यक्त किया। बी.के. ममता, बी.के. पुष्पा ने तिलक लगाकर एवं पुष्पगुच्छ भेंट कर मेहमानों का स्वागत किया। संचालन सरपंच सविता राठी ने किया।

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