
भावनदेसर के सिद्धयोगी होशियारनाथ जी महाराज के आश्रम शिव मन्दिर में चल रही रामकथा का पूर्णाहूति के साथ समापन हुआ। कथा के अंतिम दिन देवस्थान विभाग मंत्री राजकुमार रिणवां एवं काशीनाथ जी महाराज सहित 40 से अधिक संतों ने कथा की पूजा-अर्चना की। रामकथा में राम के राजतिलक की कथा का वर्णन करते हुए व्यास पीठ पर विराजमान भरपालसर के कथा वाचक हर्ष जी महाराज ने कहा कि भगवान राम का जीवन प्रेरणादायी है। इस अवसर पर माणकचन्द धेतरवाल, जगदीश, मुरारी फतेहपुरिया, गोपाल सोनी, राम तूनवाल, बजरंग फतेहपुरिया, सुमित अरोड़ा, खींवाराम, इमरताराम, मुकेश मूण्ड, शंकरलाल, विनोद, भूरामल फौजी, सोहन फौजी, प्रेमाराम, किशनलाल, जगदीश सोनी, वरूण लड़ा, संदीप भोजक, रोहित भोजक, बबलू मिश्रा, देव शर्मा, भागीरथ स्वामी, मुकेश नाई, नौरंगराम, सुरताराम, चन्द्राराम, मोती डीलर सहित अनेक लोग उपस्थित थे।