अपने तय समय से करीब ढ़ाई घंटे देरी से आये प्रभारी मंत्री वासुदेव देवनानी ने आधे घंटे में ही जिले के अधिकारियों से बैठक कर हालात का जायजा लिया। अब मात्र आधे घंटे में जिले के अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों से क्या जानकारी ली और क्या समाधान किये इसको लेकर चर्चा बनी रही। प्रभारी मंत्री की अधिकारियो एवं जनप्रतिनिधियों के साथ आधे घंटे की बैठक मात्र औपचारिकता बन कर रह गई। स्थानीय पंचायत समिति सभागार कक्ष में जिला प्रभारी मंत्री वासुदेव देवनानी, पंचायती राजमंत्री राजेन्द्र सिंह राठौड, सांसद राहुल कस्वां, जिला प्रमुख हरलाल सहारण ने जिला स्तरीय अधिकारियों की समीक्षा बैठक ली।
बैठक में प्रभारी मंत्री वासुदेव देवनानी ने विद्युत विभाग के अधिकारियों को ढीले तारों को कसने व जर्जर लोहे के खम्भों को बदलने के निर्देश दिए। देवनानी ने पत्रकारों को बताया कि राजश्री योजना में ग्यारह हजार पाँच सौ लाभाथिर्यो के खातों में पैसा जमा हो गया है। इसी प्रकार विधायक खेमाराम मेघवाल की शिक्षा विभाग के रमसा द्वारा स्कूलों में बनाए गए कमरों में घटिया निर्माण की शिकायत पर मंत्री देवनानी ने 7 दिनों में जांच कर रिर्पोट देने के आदेश दिए है। इसी प्रकार नगरपरिषद के सभापति सिकन्दर अली खिलजी ने पिछले पाँच माह से नगरपरिषद में रिक्त चल रहे आयुक्त के पद को भरने की मांग की। उन्होने सुजला महाविद्यालय से पुलिया तक, छापर मेघा हाईवे तिराहे से अशोक स्तम्भ तक सडक निर्माण करवाने की मांग की। समीक्षा बैठक में तारानगर विधायक जयनारायण पूनियां, स्थानीय विधायक खेमाराम मेघवाल, नगरपरिषद सभापति सिकन्दर अली खिलजी, भाजपा मण्डल अध्यक्ष वैद्य भंवरलाल शर्मा, भाजपा देहात मण्डल अध्यक्ष महावीर सिंह, सहित जिले भर के प्रशासनिक अधिकारी मौजुद थे।
इन्होने दिए ज्ञापन
इस मौके पर जिला प्रभारी मंत्री वासुदेव देवनानी व पंचायती राजमंत्री राजेन्द्रसिंह राठौड़ को अनेक संगठनो ने ज्ञापन दिए। प्रगतिशील भारत समिति के सुभाष बेदी ने ज्ञापन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नाम से ज्ञापन सौंपकर केन्द्रीय राज्यमंत्री अर्जुन मेघवाल को केबीनेट मंत्री बनाने की मांग की। एडवोकेट तिलोक मेघवाल, शिक्षक संघ शेखावत के जिलाध्यक्ष बीएल कुल्हरी, विजयपाल स्योराण, गोपाल सोनी राष्ट्रीय लोकदल के इलियास खां सहित दो दर्जन लोगो ने सुजला जिला बनाने की मांग का ज्ञापन सौंपा। भारतीय जनता युवा मोर्चा के ग्रामीण उपाध्यक्ष हनुमानप्रसाद स्वामी ने जीली, मालकसर गांवो को बीदासर की बजाय सुजानगढ़ सहायक अभियन्ता कार्यालय के अधीन करने की मांग की। राजस्थान शिक्षक संघ शेखावत के प्रदेशाध्यक्ष तिलोकचन्द कीलका, जिलाध्यक्ष बनवारीलाल मालासी, नागरमल गिवारियां, पवन मीणा, तहसील अध्यक्ष भंवरलाल पांडर, दीपाराम साडेला, भागीरथ ढाका सहित 20 शिक्षको ने 14 सूत्री मांग पत्र सौंपा।