साहित्य अकादमी का अध्यक्ष नहीं बनाना दुर्भाग्यपूर्ण

Reservation Billस्थानीय मरूदेश संस्थान के अध्यक्ष घनश्याम नाथ कच्छावा ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर विगत तीन वर्ष में राजस्थानी भाषा साहित्य एंव संस्कृति अकादमी, बीकानेर का अध्यक्ष नही बनाना दुर्भाग्यपूर्ण और उपेक्षा पूर्ण बताया है। पत्र में कच्छावा ने लिखा कि राज्य सरकार बीकानेर संभाग मुख्यालाय पर तीन वर्ष पूर्व होने का जश्न मना रही है,

लेकिन स्वयं बीकानेर में ही स्थापित राजस्थानी भाषा की एक मात्र स्वायत शाषी संस्थान साहित्य अकादमी में अध्यक्ष मनोनीत नही कर पाना विफलता की संज्ञा में आता है। साहित्य अकादमी की मासिक पत्रिका जागती जोत का प्रकाशन भी बंद है। ऐसे में अकादमी में तैनात स्टॉफ तीन वर्ष से बिना कार्य ही वेतन ले रहा है। पत्र में मुख्यमंत्री से शीघ्र ही किसी योग्य व्यक्ति के अध्यक्ष मनोनीत कर गतिविधियाँ प्रारम्भ करने की मांग की गई है।

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