
मानव सेवा संस्थान के शिशु विकास यतन भवन में विधिक ताल्लुका सेवा समिति के अध्यक्ष व अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश अजय कुमार भोजक ने कहा कि मानवीयता के लिए सेवा के संस्कार होना जरूरी है। भोजक ने नि:शक्तजनों के लिए आयोजित नि:शुल्क विकलांग सहायता शिविर एवं विधिक चेतना शिविर के संयुक्त कार्यक्रम में दिव्यांगो को आवश्यक कानूनी जानकारियों से लाभान्वित करते हुए उनको प्रोत्साहित करने के लिए प्रेरक बातें बताई।
इस अवसर पर उन्होने दिव्यांगों के लिए बन रहे कृत्रिम अंगों की कार्यशाला का भी अवलोकन किया। महावीर सेवा सदन कोलकाता के अध्यक्ष विजयसिंह चौरडिय़ा की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि रणजीतसिंह सिंघी, निर्मल सिंघी, शंकर सामरिया थे। संस्थान सचिव माणकचन्द सराफ ने आयोजकीय पृष्ठभूमि की जानकारी दी। कार्यक्रम में संस्था परिवार द्वारा एडीजे का शॉल ओढ़ाकर सम्मान किया गया। गजानन्द जांगीड़, कपिलदेव माटा, विक्रमसिंह चौपदार, प्रदीप सराफ, प्रेम जोशी, बाबूलाल माली, नारायण बेदी ने अतिथियों का स्वागत किया। संचालन एड. घनश्यामनाथ कच्छावा ने किया।