
प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष मा. भंवरलाल मेघवाल ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा गत आठ नवम्बर की आधी रात से बंद किये गये पांच सौ व एक हजार के नोट को बंद करने के निर्णय को गलत करार दिया है। मा. भंवरलाल मेघवाल ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री का खुद का परिवार नहीं है, इसलिए उन्होंने आज पूरे देश के परिवारों को संकट में डाल दिया है, क्योंकि वे नहीं जानते कि परिवार कैसे चलता है। करेंसी बदले जाने के निर्णय पर मेघवाल ने कहा कि कालेधन को नष्ट करनी अच्छी बात है, लेकिन इस निर्णय से आम आदमी अपने आपको ठगा महसूस कर रहा है, क्योंकि रूपये होने के बावजूद भी वो चाय पीने में सक्षम नहीं है। मेघवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री के एक निर्णय से पूरा देश आज लाईन में लगा हुआ है।
देश की महिलाएं, दिहाड़ी मजदूर, नौकरीपेशा, हाथ ठेले वाला, किसान जिसे देखो वही अपने सब काम छोडक़र अपने हजार -पांच के नोट को बदलवाने के लिए बैंक व पोस्टऑफिस के आगे लाईन में खड़ा है। अपनी दैनिक मजदूरी से ज्यादा उन्हे अपने पास विपदा के समय के लिए बचाकर रखे हजार पांच सौ रूपयों को बदलवाने की चिन्ता में वे पांच-छ: घंटे तक कतार में खड़े रहते हैं, तब जाकर उनका नम्बर आता है। बैंकों और पोस्टऑफिस के आगे लगने वाली इन लाईनों में किसान, मजदूर और महिलाओं के अलावा एक भी धनवान आदमी नहीं है। मोदी सरकार के एक फैसले से लोगों को बाजार में रोजमर्रा की आवश्यक वस्तुएं मिलनी मुश्किल हो गई। आमजन अपने आप को ठगा सा महसूस करने लगा है।