
जीवेम् प्रबन्धित ओसवाल उच्च माध्यमिक विद्यालय के प्रतिभा सम्मान समारोह में उपस्थितजनों को सम्बोधित करते हुए उच्च शिक्षा मंत्री कालीचरण सराफ ने कहा कि पुराने समय में समाज के जागरूक व्यक्तियों द्वारा जगाई गई शिक्षा की अलख से हजारों विद्यार्थियों के जीवन में उजाला हुआ है। उन्होने कहा कि विद्यादान से बढक़र कोई दान नहीं है। उच्च शिक्षा मंत्री प्रवासी राजस्थानियों से अपने उद्योग व कारोबार की एक-एक युनिट यहां पर लगाकर प्रदेश के विकास में योगदान देने का आह्वान किया। उन्होने कहा कि पुराने समय में मूलभूत सुविधाओं के अभाव में व्यापार एवं रोजगार के लिए बाहर जाना पड़ता था। आज राजस्थान में बिजली, पानी, सडक़, औद्योगिक वातावरण की सभी सुविधायें उपलब्ध है। उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि सुजानगढ़ में सरकारी बालिका महाविद्यालय खोलने के प्रयास किये जायेंगे।
सराफ ने कहा कि1300 व्याख्याताओं की भर्ती की प्रक्रिया एक माह में पूरी हो जायेगी, उसके बाद सुजला महाविद्यालय में व्यख्याताओं के रिक्त पद भर दिये जायेंगे। सराफ ने कहा कि प्रदेश में अब 135 इंजिनियरिंग कॉलेज, 165 एमबीए पाठ्यक्रम व 45 निजी विश्वविद्यालय हैं, जिनमें पढऩे के लिए दूसरे राज्यों से विद्यार्थी आने लगे हैं। विधायक खेमाराम मेघवाल ने कहा कि प्रवासीजनों से शहर के विकास में भागीदार बनने का आह्वान किया। कार्यक्रम में विद्यालय के विकास में भागीदार रहे 38 भामाशाह परिवारों का उच्च शिक्षा मंत्री कालीचरण सराफ व विधायक खेमाराम मेघवाल ने सम्मान किया। ओसवाल युवक सम्मेलन के अध्यक्ष मांगीलाल सेठिया व मंत्री गोविन्द बाफना ने उच्च शिक्षा मंत्री कालीचरण सराफ का स्वागत किया।
इस अवसर पर जीवेम् समूह के चैयरमैन दिलीप मोदी, संजय भूतोडिय़ा, पूर्व विधायक रामेश्वर भाटी, पूर्व सभापति डा. विजयराज शर्मा, पार्षद मधु बागरेचा, भाजपा मण्डल अध्यक्ष वैद्य भंवरलाल शर्मा, नेता प्रतिपक्ष बुद्धिप्रकाश सोनी, पार्षद पवन माहेश्वरी, राजकुमार सुन्दरिया, निर्मलकुमार भूतोडिय़ा, पार्षद राजेन्द्र गिडिय़ा, रामपाल यादव सहित अनेक गणमान्यजन उपस्थित थे। संचालन के.सी. मालू ने किया।
कन्या महाविद्यालय खोलने की मांग
किराणा मर्चेन्ट एसोशियसन के अध्यक्ष पवन माहेश्वरी व मंत्री नन्दलाल घासोलिया ने उच्च शिक्षा मंत्री कालीचरण सराफ को ज्ञापन सौंपकर राजकीय महाविद्यालय में उपाचार्य, व्याख्याता हिन्दी, राजनीति विज्ञान, इतिहास, एसबीटीसी के दो ईएफएम के पांच, व्यवसाय प्रशासन, गणित, भौतिक विज्ञान के दो, रसायन विज्ञान के दो, प्राणी विज्ञान के दो, वनस्पति विज्ञान के रिक्त पद भरने की मांग की।