पर्यूषण पर्व के समापन पर श्री दिगम्बर जैन समाज द्वारा शहर के प्रमुख मार्गों से भगवान जिनेन्द्र की शोभा यात्रा निकाली गई। इस अवसर पर भगवान को रथ में विराजमान करने का सौभाग्य जयचन्दलाल पारसमल सेठी, दांये चंवर डालने का सौभाग्य माणकचन्द कमलकुमार छाबड़ा, बांये चंवर का सौभाग्य महावीरप्रसाद प्रदीप कुमार पाण्ड्या, खजांची माणकचन्द, पवनकुमार, कमल कुमार छाबड़ा तथा सारथी बनने का सौभाग्य दलसुख महावीर प्रसाद पाण्ड्या को मिला।
शोभायात्रा में जैन समाज के अध्यक्ष विमल कुमार पाटनी, मंत्री पारसमल बगड़ा, किशोर कुमार पाण्ड्या, सुनील सड़ूवाला, महावीर छाबड़ा, सुरेन्द्र बगड़ा, पवन छाबड़ा, लालचन्द बगड़ा, पार्षद उषा बगड़ा, मैनादेवी पाटनी, ललिता देवी बगड़ा, प्रेमलता सड़ूवाला, गणपति बगड़ा, महावीर पाटनी, मनोज कुमार पहाडिय़ा, नीलम कुमार गंगवाल, मनीष बिनायक्या, सुरेश पाण्ड्या, अंकित पाटनी, अंकित पाण्ड्या, मोहित सेठी, सहित जैन समाज के अनेक प्रबुद्धजन शामिल थे।