व्यक्तित्व विकास कार्यशाला का समापन

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रामगोपाल गाड़ोदिया आदर्श विद्या मन्दिर में भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय द्वारा प्रायोजित दो दिवसीय संस्कृति संवद्र्धन एवं जागरूकता सम्बन्धी व्यक्तित्व विकास कार्यशाला का समापन हुआ। कार्यशाला के जिला संयोजक जितेन्द्रसिंह भदौरिया ने बताया कि कार्यशाला के दूसरे दिन साहित्य विद्या के अन्तर्गत जैन विश्व भारती लाडनूं के वरिष्ठ व्याख्याता एवं साहित्यकार डा. वीरेन्द्र मंगल भाटी द्वारा निबन्ध लेखन सम्बन्धी प्रशिक्षण दिया गया। इसी कम में मेहन्दी कला में अनू तोदी, चित्रकला में उषा अरोड़ा एवं वादन कला में प्रवीण चन्द्र शर्मा व प्रवीण कत्थक, रंगोली में कमलेश जगवानी, मटकी सज्जा में गार्गी चोटिया, पुराने कबाड़ एवं वेस्ट व बेकार के सामान को क्रियात्मक रूप देकर कलात्मक वस्तुओं का निर्माण सम्बन्धी व ग्रीटिंग कार्डस बनाने में गार्गी चोटिया आदि ने प्रशिक्षुओं को प्रशिक्षण दिया।

समापन समारोह की मुख्य अतिथि राजस्थान प्रशासनिक अधिकारी मंजू गोदारा थी। विषय विशेषज्ञों के रूप में चन्द्रभान शर्मा, घनश्यामनाथ कच्छावा ने आयोजित कार्यशाला में अपने विचार रखे। इस अवसर पर ओमप्रकाश तूनवाल, पुखराज प्रजापत ने भी अपने-अपने विचार व्यक्त किये। जिला संयोजक जितेन्द्रसिंह भदौरिया ने कार्यशाला की वृत्त रिपोर्ट प्रस्तुत की। शुभम् मिश्रा, अंकित प्रजापत, अनिल सैनी, रमा ने कला, कविता की प्रस्तुतियां दी। ओमप्रकाश वर्मा, सिद्धार्थ लाटा, भगवंती पारवानी, दीपा टेलर ने अतिथियों का माल्यार्पण कर स्वागत किया। संचालन अपूर्व शर्मा ने किया।

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